UP Politics: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर कर दिया है. साथ ही यादव परिवार से भी रिश्ता खत्म कर दिया है. इस पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तेज प्रताप के अकाउंट को हैक करना बताया है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की आई प्रतिक्रिया
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, यह समाचार चिंतनीय है कि बिहार के एक चर्चित राजनीतिक परिवार के सदस्य के सोशल मीडिया को हैक करके, उनकी तस्वीरों के साथ झूठी सामग्री प्रकाशित की गयी है. ये एक बहुत गंभीर मामला है, अगर ऐसे ही हैकिंग होती रही तो कोई इसका बेहद गंभीर और संवेदनशील दुरुपयोग भी कर सकता है या तो सच्चे व्यक्ति को बदनाम करने के लिए या कोई गलत व्यक्ति अपने आत्मप्रचार के लिए.
सरकार को साइबर अपराधों के खिलाफ दस कदम आगे चलने की सलाह दी
सपा अध्यक्ष ने आगे लिखा, सरकार साइबर क्राइम के मामले में साइबर अपराधियों से दस क़दम आगे चलनी चाहिए, क्योंकि उसके पास न तो जायज संसाधनों की कमी है न ही जायज़ संरचनात्मक ढांचे की, आवश्यकता है तो बस राजनीतिक इच्छाशक्ति की. दुनिया भर में ये सर्व विदित है कि कुछ गलत ताकतें साइबर की टेक्नोलॉजी को जान बूझकर पालती पोसती हैं, जिससे कि वो वक़्त पड़ने पर अपने प्रतिद्वंद्वियों या विरोधियों के ख़िलाफ़ इस्तेमाल कर सकें, इसीलिए वो साइबर क्राइम के प्रति गंभीर नहीं दिखाई देती हैं लेकिन साइबर अपराधी मौक़ापरस्त होते हैं और आस्तीन का सांप साबित होते हैं.
सपा अध्यक्ष ने डिलीट किया पोस्ट
बता दें कि अखिलेश यादव ने कुछ ही देर बाद यह पोस्ट डिलीट कर दिया. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस पोस्ट पर बीजेपी ने हमला बोला है. यूपी बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि लालू यादव ने तो तेज प्रताप यादव के ट्वीट को सही मान कर उसे पार्टी से बाहर कर दिया, लेकिन बिना पढ़े लिखे आपने (अखिलेश यादव) तेज प्रताप के पोस्ट को हैक बता दिया. कभी तो पूर्व मुख्यमंत्री की तरह व्यवहार किया कीजिए.
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