UP Politics: पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए दो टूक कहा कि सभी पार्टियों को मिलकर सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए. बयानबाजी और पोस्टरबाजी के के जरिए घिनौनी राजनीति नहीं करनी चाहिए. यह देशहित में ठीक नहीं है. इसके अलावा बाबा साहेब आंबेडकर को लेकर भी सपा-कांग्रेस को आड़े हाथ लिया.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के जरिए मायावती ने लिखा, "पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सभी पार्टियों को एकजुट होकर सरकार के हर कदम के साथ खड़े होना चाहिए, ना कि इसकी आड़ में पोस्टरबाजी व बयानबाजी आदि के जरिए घिनौनी राजनीति नहीं की जानी चाहिए, क्योंकि इससे लोगों में कन्फ्यूज़न पैदा हो रहा है, जो देशहित में ठीक नहीं."
वहीं अपने दूसरे पोस्ट में डॉ. आंबेडकर को लेकर सपा-कांग्रेस पर निशाना साधते हुए लिखा, "इस प्रकरण में भारतीय संविधान के निर्माता परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का भी अपमान कतई ना किया जाए. ख़ासकर सपा व कांग्रेस को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, वरना बीएसपी इनके विरुद्ध सड़कों पर भी उतर सकती है."
इससे पहले मायावती ने 22 अप्रैल को एक पोस्ट में जिक्र किया था कि बाबासाहेब डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर इस बार देश के कई राज्यों में इनकी प्रतिमा का अनादर बेहद शर्मनाक बात है. खासकर मध्य प्रदेश के मुरैना में अंबेडकर जुलूस पर हुए हमले में दलित की हुई हत्या व अनेकों के घायल होने की घटना अति-निंदनीय है. मायावती ने दलितों पर हो रहे अत्याचार और महापुरुषों के अनादर की घटनाओं की बात करते हुए केंद्र और संबंधित राज्यों की सरकारों से एक्शन लेने की अपील की थी.
वहीं, पहलगाम हमले की बात करें तो कांग्रेस पार्टी ने सार्वजनिक तौर पर इस मामले में केंद्र सरकार को पूरा समर्थन देने की बात कही है. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर आतंकी हमले के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग भी की है.
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