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कांग्रेस जिलाध्यक्ष सूची ने सपा के लिए खतरे की घंटी बजाई, क्या यूपी विधानसभा चुनाव अलग लड़ने की तैयारी में

UP Congress Jiladhyakash List 2025: उत्तर प्रदेश कांग्रेस जिलाध्यक्ष सूची ने गठबंधन सहयोगी अखिलेश यादव के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. कांग्रेस की तैयारियां ये संकेत दे रही है कि अगर सीटों को लेकर सही सौदा नहीं हुआ तो वो अकेले या बसपा जैसे अन्य दलों के साथ भी मैदान में उतर सकती है.

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akhilesh yadav vs Rahul Gandhi
akhilesh yadav vs Rahul Gandhi
Zee Media Bureau|Updated: Mar 22, 2025, 03:27 PM IST
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UP Congress Jiladhyakash List 2025: कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में जिला अध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों की लिस्ट जारी की है। इसमें कांग्रेस ने पीडीए पर दांव खेला है। कांग्रेस पार्टी ने पीडीए के 65 फीसदी पदाधिकारियों को इस लिस्ट में मौका दिया है जो सपा के लिए खतरे की घंटी हो सकती है. कांग्रेस की तैयारियां यह संकेत दे रही है कि अगर समाजवादी पार्टी और उनके मुखिया अखिलेश यादव ने भाव नहीं दिया तो पार्टी अकेले भी मैदान में कूद सकती है या फिर बहुजन समाज पार्टी जैसे अन्य दलों से गठबंधन भी कर सकती है. पिछले लोकसभा चुनाव में या विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस को सपा की शर्तों पर काम करना पड़ा है.

यूपी में कांग्रेस ने पार्टी ने जिला अध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कांग्रेस पार्टी ने पीडीए यानि पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय का खास ध्यान रखा है।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले पीडीए का नारा दिया था। यूपी में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा, जिसमें इन्हें काफी फायदा भी हुआ।अब कांग्रेस 2027 के विधानसभा चुनाव के पहले पीडीए फार्मूले से यूपी में अपनी खोई जमीन तलाशने की कोशिश में है जो सपा के लिए खतरे की घंटी हो सकती है.

यूपी के 75 जिलों के जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों को मिलाकर कांग्रेस ने 133 पदाधिकारी घोषित किए हैं। इनमें 85 पदाधिकारी यानी 65 फीसदी पिछड़े, दलितों और अल्पसंख्यकों को जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष बनाया गया है ऐसे में सपा के pda फॉर्मूले को कांग्रेस कैप्चर करती हुई नजर आ रही है. 

नए घोषित किए गए जिला अध्यक्षों में 48 ओबीसी हैं। इसके अलावा 32 मुस्लिम जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष बने हैं वहीं अनुसूचित जाति और जनजाति से 20 जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं।ऐसे में कांग्रेस की ये लिस्ट ये संकेत दे रही है कि pda के सहारे कांग्रेस यूपी में 2027 में अकेले भी उतर सकती है.

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कांग्रेस ने सभी 75 जिलों में 133 जिलाध्यक्ष- नगर अध्यक्ष घोषित किए, मुसलमानों और ब्राह्मणों का बोलबाला

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