Yogi Cabinet: योगी मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट एक बार फिर से तेज हो गई है. शुक्रवार को नई दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की. राज्यपाल की व्यस्तता को देखते हुए शपथ ग्रहण समारोह की तारीख तय होगी. वाराणसी-मिर्जापुर के दौरे से शनिवार देर शाम राज्यपाल के लौटने के बाद रविवार को शपथ ग्रहण समारोह कराया जा सकता है. राज्यपाल का सोमवार और मंगलवार को मथुरा और आगरा का दौरा प्रस्तावित है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि मंत्रिमंडल विस्तार अब रविवार की जगह 5 मार्च को हो सकता है.
यूपी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा
देश की राजधानी दिल्ली में बीजेपी कोर कमेटी बैठक के बाद यूपी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हैं. बैठक में सहयोगी दलों में सीट शेयरिंग के बाद मंत्रिमंडल विस्तार के आसार हैं. ओमप्रकाश राजभर, दारा सिंह चौहान और NDA में शामिल हुई RLD से मंत्री बनाने की चर्चा है. सूत्रों के अनुसार योगी कैबिनेट में 6 नए मंत्री शामिल किए जा सकते हैं. बीते साल 2023 के अक्टूबर से ही विस्तार की अटकलें चल रही हैं लेकिन अभी तक ऐसा हुआ नहीं है.
10 मार्च तक कैबिनेट विस्तार
ऐसा दावा है कि ओपी राजभर के अलावा,राष्ट्रीय लोकदल के 9 विधायकों में से एक को मंत्री बनाया जा सकता है. माना जा रहा है कि 10 मार्च तक कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. सूत्रों के अनुसार 2 नए कैबिनेट मत्री और 3 राज्य मंत्री बनाए जा सकते हैं.
सूत्रों के अनुसार सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (SBSP Chief Om Prakash Rajbhar) की लॉटरी निकल सकती है. योगी मंत्रिमंडल में कई और चेहरों को भी मौका दिया जा सकता है. ओपी राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है. बीजेपी नेता और एमएलसी दारा सिंह चौहान, आरएलडी के राजपाल बालियान, प्रदीप चौधरी भी योगी कैबिनेट का हिस्सा बन सकते हैं. संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में सबसे ज्यादा चौंकानेवाला एक नाम आकाश सक्सेना का भी है.
5 से 6 विधायकों को मंत्री बनाए जाने की चर्चा
योगी कैबिनेट में अभी 8 मंत्रियों की जगह खाली है. फिलहाल 5 से 6 विधायकों को मंत्री बनाए जाने की चर्चा हैं. राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के 9 विधायकों में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है. अभी हाल ही में संपन्न हुए राज्यसभा चुनावों में रालोद के साथ जनता दल लोकतांत्रिक के विधायकों ने भी बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में वोट किया. सपा के विधायकों नें भी भाजपा प्रत्याशी का साथ दिया. इन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिलना मुश्किल लग रहा है, लेकिन अन्य जगह प्रोत्साहित किया जा सकता है.