Ghaziabad Latest News: आज के दौर में बच्चे अक्सर करियर को लेकर असमंजस में रहते हैं. उनके जहन में अक्सर से ये सवाल कौंधते रहते हैं कि.. कौन-सा विषय चुनें? किस फील्ड में भविष्य बेहतर होगा? कौन-सी यूनिवर्सिटी उनके लिए सही है? ऐसे तमाम सवाल हर छात्र और उनके अभिभावकों को परेशान करते रहते हैं. इस उलझन को दूर करने के लिए इंदिरापुरम के दिल्ली पब्लिक स्कूल ने सटीक हल निकाला है. आइये आपको बताते हैं इस खास फॉर्मूले के बारे में जो करियर के क्षेत्र में छात्रों को सही दिशा दिखाने में मदद कर रहा है.
विदेशी और भारतीय यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स ने दी राह
स्कूल के वार्षिक करियर मेले ‘Career Vistas 4.0’ में देश-विदेश के बड़े विश्वविद्यालयों ने हिस्सा लिया. इस करियर मेले में भारत के साथ अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर के 30 से अधिक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि शामिल हुए. उन्होंने छात्रों और उनके अभिभावकों को न केवल कोर्स, फीस और एडमिशन प्रोसेस की जानकारी दी बल्कि बदलती ग्लोबल एजुकेशन और करियर के ट्रेंड्स के बारे में भी विस्तार से बताया. बच्चों को यह समझाया गया कि अब करियर सिर्फ डॉक्टर, इंजीनियर या सरकारी नौकरी तक सीमित नहीं बल्कि नए जमाने के सैकड़ों विकल्प हैं.
छात्रों ने जाना करियर में दिलचस्पी कैसे मायने रखती है
कार्यक्रम में मौजूद विशेषज्ञों ने बच्चों को समझाया कि करियर वही चुनें जिसमें उनकी रुचि और स्किल हो. जब किसी काम को खुशी से किया जाए तो सफलता खुद-ब-खुद मिलने लगती है. बच्चों को डिजिटल मार्केटिंग, साइबर सिक्योरिटी, एआई, होटल मैनेजमेंट, बिजनेस एनालिटिक्स जैसे नए जमाने के करियर ऑप्शन के बारे में बताया गया.
पेरेंट्स की भी खुली आंखें मिली राहत
इस आयोजन में बच्चों के साथ उनके माता-पिता भी बड़ी संख्या में शामिल हुए. अक्सर पेरेंट्स भी बच्चों के भविष्य को लेकर परेशान रहते हैं. लेकिन यहां उन्हें नए एजुकेशन सिस्टम और करियर के बदलते पैटर्न को समझने का मौका मिला. पेरेंट्स ने माना कि ऐसी गाइडेंस से बच्चों की राह साफ होती है और उनका मनोबल भी बढ़ता है.
बच्चों के लिए खास संदेश
स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा कि आज शिक्षा सिर्फ किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रह गई है. अब बच्चों को समय रहते अपने इंटरेस्ट और टैलेंट के हिसाब से सही दिशा दिखाना बेहद जरूरी है. उन्होंने इस करियर फेयर को बच्चों के लिए एक बड़ा अवसर बताया जिससे वे अपने भविष्य के फैसलों में आत्मविश्वास से आगे बढ़ेंगे. बता दें कि 10वीं से 12वीं क्लास के छात्रों के लिए आयोजित इस करियर फेयर में बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया. कई छात्रों ने कहा कि अब वे साफ-साफ समझ पाए हैं कि उन्हें किस दिशा में बढ़ना है. पेरेंट्स ने भी कहा कि यह आयोजन सिर्फ बच्चों ही नहीं हम अभिभावकों के लिए भी आंखें खोलने जैसा था.