PM Kisan Samman Nidhi 18th Installment: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के जरिए जरूरतमंद किसानों को 6000 रुपये सालाना की आर्थिक मदद मिल रही है. यह पैसा साल में 2 हजार रुपये की तीन बराबर किस्तों में भेजा जाता है. अब तक 17 किस्तें पात्रों के खाते में भेजी जा चुकी हैं. जिसके बाद किसान 18वीं किस्त के आने को लेकर टकटकी लगाए बैठे हैं. लेकिन यूपी के 10 लाख किसानों की किस्त पर खतरा मंडरा रहा है.
क्या है वजह?
उत्तर प्रदेश के 10 लाख किसानों की प्रमाणिकता जांच के दायरे में है. प्रदेश सरकार ने इनकी जांच के लिए खास अभियान शुरू किया है. अगर ये किसान पात्रता नहीं रखते हैं तो पीएम किसान की 18वीं किस्त इनके खाते में आने से अटक सकती है. दरअसल किसानों की पात्रता की जांच की जा रही है. ऐसे में योजना के उन लाभार्थियों पर सवाल उठ रहे हैं जो अपात्र होने के बाद भी योजना का लाभ उठा रहे हैं.
10 लाख किसान घेरे में
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केंद्र सरकार ने पीएम किसान योजना से जुड़े उत्तर के 10 लाख किसानों का रैंडम डेटा उपलब्ध कराया है. जिनकी पात्रता की जांच के लिए कहा गया है. इससे यह पता चल सके की योजना का लाभ केवल उन किसानों को मिल रहा है जो योजना से जुड़ी शर्तों को पूरा करते हैं. वहीं, जिन किसानों ने पात्रता न होने के बाद भी किस्त ले रखी है उनसे किस्त का पैसा वापस करने को कहा जा रहा है.
किसे नहीं मिलती किस्त
- सरकारी या रिटायर्ड कर्मचारी
- इनकम टैक्स भरने वाले
- पति पत्नी में से कोई सदस्य सरकारी नौकरी में हो
पीएम किसान योजना के लिए ये काम जरूरी
जिन किसानों ने पीएम किसान योजना में ई-केवाईसी और भू-सत्यापन नहीं कराया है, उनकी आने वाली 18वीं किस्त का पैसा अटक सकता है. ऐसे में आपको जल्द से जल्द इन दोनों जरूरी कामों को पूरा करा लेना चाहिए. इसके अलावा जिन किसानों ने योजना में रजिस्ट्रेशन कराते समय कोई गलत जानकारी दर्ज की थी उन्हें भी अगली किस्त का लाभ नहीं मिलेगा.
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