Dehradun: आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सभी दलों के द्वारा जोरो- शोरों से तैयारियां की जा रही है. उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की मुसीबत खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. कांग्रेस के पौड़ी लोकसभा सीट से पूर्व प्रत्याशी मनीष खंडूरी भी 2024 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को छोड़ बीजेपी में जा चुके हैं. आज यानी मंगलवार 12 मार्च को फिर से कांग्रेस के लिए बुरी खबर आई है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक लोकसभा चुनाव में नैनीताल-ऊधम सिंह नगर सीट से टिकट न मिलने से काफी नाराज हैं. वो काफी समय पहले ही कांग्रेस छोड़ने का मन बना चुके थे.
आम आदमी पार्टी के लिए भी बुरी खबर
लोकसभा चुनाव की पहले उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी को भी बड़ा झटका लगा है. सितारगंज विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अजय जायसवाल ने भी आप को छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है. भाजपा प्रदेश कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उन्हें सदस्यता दिलाई. इस मौके पर आम आदमी पार्टी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने भी भाजपा की सदस्यता ली. यूथ कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव अंकिता पाल ने भाजपा की सदस्यता ली है. इस दौरान कांग्रेस पार्टी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ली. इस मौके पर कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा भी मौजूद रहे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि लगातार दूसरे दलों के पदाधिकारी कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो रही है. सौरभ बहुगुणा का कहना है कि नैनीताल लोकसभा सीट क्षेत्र के दूसरे दलों के कार्यकर्ता लगातार भाजपा की सदस्यता ले रहे. हम सभी का भाजपा में स्वागत करते हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बलूटिया के इस्तीफा देने की खबर से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हलचल मची हुई है. जानकारी है कि कांग्रेस प्रवक्ता दीपक बलूटिया आगामी लोकसभा चुनाव के लिए नैनीताल उधमसिंह नगर लोकसभा सीट से टिकट मांग रहे थे. टिकट ना मिलने से वो काफी नाराज बताए गए. दीपक बलूटिया को मनाने की काफी कोशिशें की गई. उनको मनाने के लिए कांग्रेस के विधायक सुमित ह्रदेश उनके आवास पर गए लेकिन दीपक फिर भी बीजेपी में शामिल हो गए. बताया जा रहा है कि कल 11 मार्च को देर शाम कांग्रेस विधायक मनोज तिवारी और अन्य नेता भी दीपक को मनाने उनके आवास पर गए थे, लेकिन उनकी नाराजगी किसी से दूर नहीं हुई.