Flood in Ghazipur: यूपी के गाजीपुर में भी गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. गंगा का जलस्तर बढ़ने से गाजीपुर के 57 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. 57 गांव में से 24 गांवों की आबादी सीधे तौर पर प्रभावित हुई है. डीएम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री और भोजन आदि दिए जाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही कंट्रोल रूम भी बनाया है. और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है.
चार गांव पूरी तरह से डूबे
गाजीपुर के डीएम अविनाश कुमार और एसपी डॉ. ईराज राजा ने नाव से बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया है. वे सेवराई तहसील के हसनपुरा, नसीरपुर, बिरऊपुर और मकदूमपुर गांव का निरीक्षण किए. ये 4 गांव पूरी तरह पानी से डूब गए हैं. डीएम-एसपी ने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की. इसके बाद अफसरों को राहत सामग्री और भोजन पैकेट देने के निर्देश दिए.
गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार की जा रही
साथ ही गर्भवती महिलाओं की विशेष सूची तैयार करने को कहा है. इसके अलावा पशुओं के लिए चारा-भूसा भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. बाढ़ शरणालय और कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिया गया है. हेल्पलाइन नंबर 0548-2224041, 9454417103 जारी किया गया है. डीएम अविनाश कुमार ने कहा कि आज शाम तक गंगा के जलस्तर में कमी आने की संभावना है.
एक्शन मोड में जिला प्रशासन
गाजीपुर में गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर और बाढ़ के हालात को देखते हुए जिला प्रशासन एक्शन मोड में है. जिलाधिकारी अविनाश कुमार और पुलिस अधीक्षक डॉ. ईराज राजा ने सोमवार को निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों से मिलकर उनका हालचाल जाना और राहत व स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की जानकारी ली. डीएम ने बताया कि जनपद की पांच तहसीलों के कुल 57 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं, जिनमें से 24 गांवों की आबादी सीधे तौर पर प्रभावित हुई है. सभी गांवों में पहले ही लंच पैकेट वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जा चुके हैं.
हेल्पलाइन नंबर जारी
प्रशासन ने गर्भवती महिलाओं की सूची भी तैयार की है जिनकी डिलीवरी निकट है, ताकि समय रहते चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके. बाढ़ शरणालय और नियंत्रण कक्ष सक्रिय हैं. कंट्रोल रूम नंबर 0548-2224041 और 9454417103 किसी भी परेशानी में आमजन इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं.
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