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Varanasi news: कौन हैं प्रो. अजीत चतुर्वेदी? जो काशी हिंदू विश्वविद्यालय में बने नए कुलपति, कई पदों पर दे चुके हैं सेवाएं

BHU New Vice-Chancellor: काशी हिंदू विश्वविद्यालय को नए कुलपति मिल गए हैं. कानपुर आईआईटी के प्रोफेसर अजीत चतुर्वेदी को यह जिम्मेदारी मिली है. जिसकी जानकारी शिक्षा मंत्रालय ने साझा की है. 

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Pooja Singh|Updated: Jul 31, 2025, 04:15 PM IST
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BHU New Vice-Chancellor: वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय में नए कुलपति की नियुक्ति हो गई है. प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी बीएचयू के नए कुलपति बने हुए हैं. वह आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर हैं. मौजूदा वक्त में वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे थे. अब केंद्र सरकार की डिप्टी सेक्रेटरी श्रेया भारद्वाज ने पत्र जारी कर जानकारी दी है.

रजिस्ट्रा को भेजे पत्र में क्या है जानकारी?
BHU के रजिस्ट्रा को भेजे पत्र में कहा गया है कि मुझे यह सूचित करने का निदेश हुआ है कि भारत की राष्ट्रपति बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की कुलाध्यक्ष के रूप में प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर को उनके कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अवधि के लिए या 70 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक, जो भी पहले हो विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त करती हैं.

कई संस्थानों में दे चुके हैं सेवाएं
इतना ही नहीं इस पत्र में ये भी लिखा गया है कि बीएचयू के कुलपति के रूप में प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी की सेवाओं के नियम और शर्तें वे होंगी, जो विश्वविद्यालय के अधिनियम, संविधि और अध्यादेशों में निर्धारित हैं. आपको बता दें, प्रोफेसर अजीत चतुर्वेदी आईआईटी रुड़की के निदेशक रह चुके हैं. इसके अलावा उन्होंने कई अन्य प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान में भी अपनी सेवाएं दी हैं.

प्रोफेसर को मिले ये अवॉर्ड
प्रोफेसर अजित चतुर्वेदी की रुचि संचार सिद्धांत और प्रणालियां, वायरलेस संचार, सूचना सिद्धांत, स्प्रेड स्पेक्ट्रम प्रणालियों के शोध में है. 2007 में उन्हें आईआईटी कानपुर का विशिष्ट शिक्षक पुरस्कार भी मिला था. जबकि, 2008 में एनटीयू, सिंगापुर की टैन चिन तुआन फेलोशिप मिली. 

इसके अलावा प्रोफेसर अजित चतुर्वेदी बी.टेक प्रोजेक्ट (बीटीपी) समूह के तीन बार (2002, 2006 और 2012) पर्यवेक्षक रहे. फिर सर्वश्रेष्ठ बीटीपी पुरस्कार मिला.

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