इस साल महाशिवरात्रि बुधवार, 26 फरवरी को है. हिंदू धर्म का यह महत्वपूर्ण पर्व है. इस दिन बाबा के भक्त शिवजी की पूजा करते हैं.
देशभर में शिवजी के कई मंदिर प्रसिद्ध हैं लेकिन यूपी के सहारनपुर जिले में स्थित महाभारतकालीन एक मंदिर को लेकर खास मान्यता है.
यह मंदिर सहरानपुर जिले से 36 किलोमीटर दूर कस्बा नौनाता क्षेत्र के बरसी गांव में स्थित है. जिसको लेकर शिवभक्तों की अटूट आस्था है.
महाशिवरात्रि और सावन में शिवजी की पूजा करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं.
मान्यता अनुसार कि महाभारत काल में युद्ध के समय भगवान श्रीकृष्ण सहारनपुर के बरसी गांव में कुछ समय के लिए रुके थे.
श्रीकृष्ण को यह भूमि ब्रज जैसी लगी तभी दुर्योधन ने रातों रात करीब एक सौ फीट ऊंचाई पर यह मंदिर बनवा दिया. अभी यह 50 फीट का है.
इसी के बाद गांव का नाम बरसी पड़ गया. दुर्योधन ने मंदिर का मुख्य द्वार पूर्व दिशा में बनवाया था.
वहीं, भीम ने अमोघ शक्ति से मंदिर को नींव सहित दक्षिण दिशा में घुमा दिया. मंदिर का प्रवेश द्वार पश्चिम और निकासी द्वार दक्षिण दिशा में हो गया.
गांव में होलिका दहन नहीं होता है. मान्यता है कि होलिका दहन होने से जमीन गर्म हो जाती है, जिस कारण शिव के पैर जलते हैं.
नवविवाहित जोड़ा यहां पर महाशिवरात्रि को आकर बाबा का आशीर्वाद लेते हैं तो उनकी शादीशुदा जिंदगी अच्छे से बीतती है.
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