अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान और सज्जादा नशीन सैयद जैनुल आबेदीन ने "सीएए एनआरसी बिल को लेकर अपनी राय रखी है. उन्होंने कहा- "सीएए उन लोगों के लिए है जो म्यांमार, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से पलायन करके भारत आए हैं. भारत के मुसलमान क्यों डरते हैं, यह उनके लिए नहीं है." न ही इससे (सीएए) नागरिकता रद्द होगी.'' देखें वीडियो...
More Videos
More Videos
More Videos
More Videos
More Videos
More Videos
More Videos
More Videos
More Videos
More Videos