trendingNow12704132
Hindi News >>देश
Advertisement

राज्यसभा में BJP के पास बहुमत नहीं.. फिर वक्फ बिल कैसे कराएगी पास? ये है इनसाइड स्टोरी

Waqf Bill: राज्यसभा में कुल 236 सदस्य हैं और बहुमत के लिए 119 सांसदों का समर्थन जरूरी है. बीजेपी के पास 98 सांसद हैं जबकि एनडीए गठबंधन को मिलाकर यह संख्या 115 तक पहुंचती है. यानी बहुमत से 4 वोट कम हैं.

राज्यसभा में BJP के पास बहुमत नहीं.. फिर वक्फ बिल कैसे कराएगी पास? ये है इनसाइड स्टोरी
Gaurav Pandey|Updated: Apr 03, 2025, 12:36 PM IST
Share

Waqf Act Amendment: लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक को पास कराने में सफल रही बीजेपी की अग्निपरीक्षा अब राज्यसभा में होने वाली है. लोकसभा में भारी चर्चा के बाद वक्फ संशोधन विधेयक पारित हो चुका है. अब यह विधेयक राज्यसभा में पेश किया जाएगा जहां सरकार के लिए इसे पास कराना एक चुनौती हो सकता है. बीजेपी के पास राज्यसभा में पूर्ण बहुमत नहीं है लेकिन कुछ रणनीतियों के जरिए वह इस बिल को पारित करवाने की तैयारी में है.

राज्यसभा में क्या है बीजेपी की रणनीति?
असल में राज्यसभा में कुल 236 सदस्य हैं और बहुमत के लिए 119 सांसदों का समर्थन जरूरी है. बीजेपी के पास 98 सांसद हैं जबकि एनडीए गठबंधन को मिलाकर यह संख्या 115 तक पहुंचती है. यानी बहुमत से 4 वोट कम हैं. हालांकि राज्यसभा में 6 मनोनीत सांसद भी हैं जिनका झुकाव सरकार की तरफ हमेशा होता है. अगर ये सभी सांसद सरकार के पक्ष में मतदान करते हैं तो संख्या 121 हो जाएगी और विधेयक आसानी से पारित हो सकता है.

फिर भी क्या हैं संभावित चुनौतियां
विपक्षी दलों ने लोकसभा में इस बिल का कड़ा विरोध किया था और राज्यसभा में भी इसका विरोध जारी रहने की संभावना है. कांग्रेस, टीएमसी, आप और अन्य विपक्षी दल इसे अल्पसंख्यकों के खिलाफ कदम बता रहे हैं. विपक्षी नेताओं का कहना है कि यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के अधिकारों को कमजोर करने के लिए लाया गया है.

सरकार का पक्ष... वही है.. 
अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विधेयक को मुस्लिम समुदाय के हित में बताते हुए कहा कि अगर इसे पास नहीं किया जाता तो कई सरकारी इमारतें वक्फ बोर्ड के अधीन हो सकती थीं. सरकार का दावा है कि यह कानून वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन और पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा.

क्या बीजेपी अपने पक्ष में कर पाएगी आंकड़ा
बीजेपी सरकार को उम्मीद है कि कुछ विपक्षी या निर्दलीय सांसद भी इस बिल का समर्थन कर सकते हैं. राज्यसभा में कई बार देखा गया है कि कुछ क्षेत्रीय दल सरकार के साथ मतदान करते हैं जिससे बहुमत हासिल करना आसान हो जाता है. अब यह देखना होगा कि विपक्षी दल इस पर कितना कड़ा रुख अपनाते हैं और बीजेपी की रणनीति कितनी सफल होती है.

राज्यसभा में बीजेपी की तरफ से ये होंगे स्पीकर
बृजलाल
सुधांशु त्रिवेदी
भागवत कराड
मेधा कुलकर्णी
राधामोहन दास अग्रवाल

Read More
{}{}