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शादी के बाद बीवी से दगाबाजी पर इस CEO की तो सिर्फ नौकरी गई, भारत में जानिए क्या-क्या भुगतना पड़ता?

Coldplay Concert: 18 जुलाई को अमेरिका के बोस्टन में Coldplay के एक कॉन्सर्ट की एक वीडियो क्लिप ने पूरी दुनिया का ध्यान खींच लिया. इसमें एक कंपनी के सीईओ कंपनी की चीफ पीपल ऑफिसर के साथ बांहों में बांहें डाले झूम रहे थे. दो शादीशुदा लोगों के ऐसे संबंध पर सब बहस होने लगी. सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शन आने लगे. भारत में ऐसे संबंधों पर कानून क्या कहता है, इसे जानने के लिए पढ़ें ये पूरी खबर...

what is indian alimony law about infidelity
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Zee News Desk|Updated: Jul 21, 2025, 06:11 PM IST
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Alimony Law About Infidelity: बीते दिनों अमेरिका के बोस्टन में Coldplay Concert का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ. 'म्यूजिक ऑफ द स्फियर्स वर्ल्ड टूर' कॉन्सर्ट के दौरान वीडियो में टेक कंपनी एस्ट्रोनॉमर  (Astronomer) के CEO एंडी बायरन और उनकी कंपनी की चीफ पीपल ऑफिसर क्रिस्टिन कैबोट एक-दूसरे के 'बेहद करीब' नजर आए. इस वीडियो के वायरल होते ही दोनों के रिश्तों को लेकर तरह-तरह की बातें होने लगीं. कुछ सेकेंड के इस वीडियो क्लिप का साइड इफेक्ट ये रहा कि बायरन को इस्तीफा देना पड़ा और अब उनकी शादी भी टूटने की अटकलें लग रही हैं. उनकी पत्नी मेगन केरिगन ने अपने फेसबुक प्रोफाइल से 'बायरन' सरनेम हटा दिया है. इस पूरी घटना को 'ColdplayGate' नाम भी दे दिया गया है. इस घटना के बाद से भारत में भी बेवफाई, तलाक और गुजारे भत्ते (Alimony) से जुड़े कानूनों पर चर्चा होने लगी है. विदेश में तो ये सब 'नॉर्मल' है. लेकिन, भारत में अभी भी ऐसे मुद्दों पर बहुत सारी बातें होती हैं. ऐसे में जानिए कि भारत में 'बेवफाई' के ऐसे मसलों पर कानून क्या कहता है? 

भारत में तलाक के बाद गुजारे-भत्ते पर क्या है कानून?

भारत में तलाक और गुजारे भत्ते से जुड़े कानून हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के सेक्शन 24 और 25 में हैं. इसके अलावा स्पेशल मैरिज एक्ट, पारसी मैरिज एंड डिवोर्स एक्ट और 2023 में लागू हुई भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 144 भी इस पर लागू होती है. सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में जोसेफ शाइन केस में एडल्टरी यानि व्यभिचार को जुर्म की श्रेणी से हटा दिया था, लेकिन यह अभी भी तलाक का एक वैध आधार माना जाता है. अदालतें गुजारा भत्ता तय करते समय इसे ध्यान में रखती हैं.

कैसे तय होती है गुजारे भत्ते की रकम? 

अगर पति का अफेयर कोर्ट में साबित हो जाता है, तो अधिकतर कोर्ट पत्नी के पक्ष में फैसला सुनाती है. पत्नी को गुजारे-भत्ते के रूप में मोटी रकम देने का आदेश होता है. हालांकि, यह कोई निश्चित राशि नहीं होती. लेकिन इसे तय करते वक्त पति की कुल कमाई का एक तिहाई हिस्से का दावेदार माना जाता है. अगर शादी कुछ लंबी चल गई है और पत्नी पर बच्चों की परवरिश का भी जिम्मा है तो एलिमनी की राशि और बढ़ सकती है. हाल ही में भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी के केस में ये देखा गया है. 

एक और खास बात है. विदेशों में तलाक होने पर संपत्ति में भी 50-50 प्रतिशत की हिस्सेदारी होती है. लेकिन भारत में पहले ये देखा जाता है कि संपत्ति में किसका कितना योगदान है?  उसके बाद कानूनी रूप से मालिक कौन है, इसका भी ध्यान रखा जाता है. यानि तलाक होने पर संपत्ति में हिस्सेदारी तभी होगी जब उस पर पति-पत्नी दोनों का नाम हो या फिर उस संपत्ति को अर्जित करने में योगदान को देखा जाता है. 

यदि पत्नी धोखा दे तो क्या है भारत में कानून?

कोल्डप्ले के वीडियो में सीईओ के साथ कंपनी की चीफ पीपल ऑफिसर क्रिस्टिन कैबोट भी बांहों में बांहें डाले हुई दिखती हैं. यानी वो भी कहीं न कहीं से 'धोखे' की श्रेणी में आता है. भारत में ऐसे धोखे यानी पत्नी के बेवफाई करने पर उसे गुजारा भत्ता भी मिलने में मुश्किल हो सकती है. अगर कोर्ट में ये साबित हो जाए कि पत्नी किसी और पुरुष के साथ संबंध में है, तो सेक्शन 25 (3) के अनुसार, कोर्ट स्थायी गुजारे भत्ते को खारिज कर सकती है. हालांकि कोर्ट में पति को इस बात को साबित करने के लिए ठोस सबूत पेश करने होंगे. सिर्फ शक पर ये नहीं हो सकता. अगर पत्नी नौकरीपेशा नहीं है तो उसे अस्थायी गुजारा भत्ता देने का कोर्ट चाहे तो आदेश दे सकती है. 

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