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कौन था सुलेमान शाह पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड? भारतीय सेना का प्रण- एक भी आतंकवादी नहीं बचेगा

Jammu Kashmir News: 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम की बैसरन घाटी में जो आतंकी हमला हवा उसका एक मास्टरमाइंड सुलेमान भी था. हमले की जिम्मेदारी शुरू में लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी मगर मामला बिगड़ते देखा बाद में इसे नकार दिया.

कौन था सुलेमान शाह पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड? भारतीय सेना का प्रण- एक भी आतंकवादी नहीं बचेगा
Syed Khalid Hussain|Updated: Jul 29, 2025, 10:22 PM IST
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Who was Suleyman Shah: पहलगाम आतंकवादी हमले का मास्टर माइंड सुलेमान शाह उर्फ आसिफ लश्कर-ए-तैयबा का एक शीर्ष कमांडर और पाकिस्तान की सेना का पूर्व कमांडो था. सुलेमान ने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले की साजिश रची और उसे अंजाम दिया उसे इस हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है. वह असामान्य युद्ध (unconventional warfare) और गुप्त अभियानों में विशेषज्ञ था. सेना को छोड़ हाफिज सईद के नेतृत्व में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) में शामिल हुआ. उसने 2022 में लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पार कर भारत में घुसपैठ की और दक्षिण कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना शुरू किया. 

20 लाख का इनामी

सुलेमान को लश्कर-ए-तैयबा ने कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को मजबूत करने और नए युवाओं को भर्ती करने के लिए सीमा पार बेजा था. वह A-कैटेगरी का आतंकी था, जिस पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 20 लाख रुपये का इनाम रखा था. वह 2022 में भारत में घुसपैठ कर लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा और कई आतंकी हमलों में शामिल रहा, जिसमें सोनमर्ग टनल हमला और गांदरबल व बारामूला में हुए हमले शामिल हैं.

कई मामलों में वांटेड था मारा गया आतंकवादी आसिफ

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम की बैसरन घाटी में जो आतंकी हमला हवा उसका एक मास्टरमाइंड सुलेमान भी था. हमले की जिम्मेदारी शुरू में लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी मगर मामला बिगड़ते देखा बाद में इसे नकार दिया. सुलेमान सोनमर्ग टनल हमले (2024) में भी शामिल था, जिसमें 6 मजदूर और एक डॉक्टर मारा गए थे और बारामूला में सुरक्षाबलों पर हुए हमले जिसमें 4 जवान शहीद हुए थे में भी शामिल था. इसके इलावा अप्रैल 2023 में पुंछ में सेना के ट्रक पर हुए हमले, जिसमें पांच सैनिक शहीद हुए थे, में भी उसकी भूमिका रही थी.

आख़िरकार सुलेमान को 28 जुलाई को श्रीनगर के दाचीगाम के जंगलों में ऑपरेशन महादेव के तहत सुरक्षाबलों की संयुक्त कार्रवाई में और दो  आतंकियों के साथ मार गिराया. जानकारी के मुताबिक मुठभेड़ के बाद आतंकियों के ठिकाने से 17 राइफल ग्रेनेड, 1 M4 कार्बाइन, 2 AK-47 राइफलें और अन्य हथियार बरामद किए गए. इन हथियारों से निकले कारतूसों का मिलान पहलगाम हमले के कारतूसों से किया गया, जिससे पुष्टि हुई कि ये वही आतंकी थे जिन्हें बेगुनाह निहते लोगों का खून बहाया था. सुलेमान शाह का मारा जाना जम्मू कश्मीर में लश्कर ए तोईभा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. 

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