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Mayawati: बेटे की शादी नहीं बल्कि इस वजह से सुरेंद्र सागर पर हुआ एक्शन, मायावती ने बताई अंदर की बात

BSP Leader Son Wedding: ये शादी थी बरेली डिविजन में बसपा के नामी नेता सुरेंद्र सागर के बेटे और सपा के नेता त्रिभुवन दत्त की बेटी की. सुरेंद्र सागर 5 बार रामपुर जिला अध्यक्ष रहे हैं और दर्जा प्राप्त कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. जबकि पूर्व बसपा सांसद त्रिभुवन दत्त अब अंबेडकर नगर से सपा विधायक हैं.

Mayawati: बेटे की शादी नहीं बल्कि इस वजह से सुरेंद्र सागर पर हुआ एक्शन, मायावती ने बताई अंदर की बात
Rachit Kumar|Updated: Dec 06, 2024, 11:09 PM IST
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Mayawati on BSP Leader Wedding: उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में एक शादी की चर्चा पूरे दिन छाई रही. सुबह खबर आई कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने एक नेता को पार्टी से इसलिए निकाल दिया क्योंकि  उन्होंने अपने बेटे की शादी सपा विधायक की बेटी से करवा दी. कहा गया कि बहनजी को सूबे की दो कट्टर विरोधी पार्टियों के नेता आपस में रिश्तेदारी करें ये गंवारा नहीं. लेकिन इस पर अब मायावती ने खुद बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सुरेंद्र सागर को पार्टी से निकाले जाने का शादी से कोई संबंध नहीं है. 

दरअसल, ये शादी थी बरेली डिविजन में बसपा के नामी नेता सुरेंद्र सागर के बेटे और सपा के नेता त्रिभुवन दत्त की बेटी की. सुरेंद्र सागर 5 बार रामपुर जिला अध्यक्ष रहे हैं और दर्जा प्राप्त कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. जबकि पूर्व बसपा सांसद त्रिभुवन दत्त अब अंबेडकर नगर से सपा विधायक हैं.

मायावती ने दो घटनाओं का जिक्र अपने ट्वीट में किया. इस घटना को लेकर उन्होंने लिखा, रामपुर जिले के पूर्व पार्टी अध्यक्ष सुरेंद्र सागर और इसके बाद पार्टी अध्यक्ष प्रमोद कुमार का आपसी झगड़ा चरम पर था, जिससे पार्टी के काम पर असर पड़ रहा था. फिर दोनों को एक साथ निकाला गया, जिसका शादी-विवाह का कोई संबंध नहीं. 

मायावती ने कहा कि कौन किस पार्टी के लोगों के साथ अपना रिश्ता बना रहा है, उसका बसपा से कोई लेना-देना नहीं है. लोग स्वतंत्र हैं जहां चाहें वहां रिश्ता करें. यह सब उनकी सोच पर निर्भर करता है. लेकिन ऐसे लोगों से ज़रूर सर्तक रहें जो इसका भी गलत प्रचार कर रहे हैं.

बता दें कि इस शादी में अखिलेश यादव भी पहुंचे थे. इसके बाद बारातियों ने उनके साथ फोटो भी शेयर किए थे. फिर यह खबर आई कि जब ये बात बहनजी (मायावती) को पता चली तो उन्होंने इस पर आपत्ति जताई.  उन्होंने कहा चलिए शादी तो निपट गई.  लेकिन अगला कार्यक्रम रिसेप्शन का होगा  तो उसमें कोई भी पार्टी पदाधिकारी दावत में नहीं जाएगा. तो जब रिसेप्शन हुआ तो बहुत से लोग (नेता) आए थे
बहनजी के आदेश का किसी ने पालन नहीं किया. लेकिन अब मायावती ने ट्वीट करके साफ कर दिया है कि सपा नेता के घर शादी की वजह से सुरेंद्र सागर पर एक्शन नहीं लिया गया है बल्कि यह कलह की वजह से जो पार्टी के कामकाज पर असर पड़ रहा था, गाज उस वजह से गिरी है. 
 

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