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31000 टन स्टील, 30 किमी लंबी और 11,578 ऊंचाई...पाकिस्तान की छाती पर होगा एक और प्रहार, कब तक तैयार होगी Zojila Tunnel

Zojila Tunnel: ज़ोजिला सुरंग का निर्माण चुनौतीपूर्ण हिमालयी भूभाग में किया जा रहा है. यह सुरंग रणनीतिक रूप से 11,578 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है. 2027 तक पूरा होने वाली 30 किलोमीटर से ज्यादा लम्बी सुरंग, द्रास और कारगिल के जरिए से श्रीनगर और लेह के बीच सभी मौसम में महत्वपूर्ण संपर्क प्रदान करेगी.

31000 टन स्टील, 30 किमी लंबी और 11,578 ऊंचाई...पाकिस्तान की छाती पर होगा एक और प्रहार, कब तक तैयार होगी Zojila Tunnel
Md Amjad Shoab|Updated: Jul 21, 2025, 05:12 PM IST
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Zojila Tunnel: लेह-लद्दाख जैसे ठंडे इलाके तक पूरे साल सड़क से पहुंचना काफी मुश्किल होता है, खासकर सर्दियों में जब बर्फबारी की वजह से रास्ते बंद हो जाते हैं. इसी समस्या को हल करने के लिए केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट की शुरुआत की है, जिसका नाम जोजिला टनल (Zojila Tunnel) है. यह टनल जोजिला पास (Zojila Pass) या जोजिला दर्रा के नजदीक बनाया जा रहा है, जो कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को जोड़ता है. इस टनल के बनने से पूरे साल लेह-लद्दाख तक सड़क से संपर्क बना रहेगा. इस टनल के निर्माण काम फिलहाल जोरों पर है.

 31,000 टन से भी ज्यादा स्टील की पूर्ति 

निर्माणाधीन परियोजना जोजिला सुरंग भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग  (India's longest road tunnel) और एशिया की सबसे लंबी Bi-Directional टनल  (Asia's longest bi-directional tunnel) बनने के लिए तैयार है. यहां आपको ये जानकर हैरत होगी कि अभी तक ज़ोजिला टनल प्रोजेक्ट के लिए सेल 31,000 टन से भी ज्यादा स्टील की मुहैया करा चुकी है. अगर सबकुछ पहले से तय तरीके से हुआ तो यह टनल साल 2027 तक बन कर तैयार हो जाएगी. 

ज़ोजिला सुरंग के बारे में कुछ रोतक जानकारियां

- ज़ोजिला सुरंग का निर्माण चुनौतीपूर्ण हिमालयी भूभाग में किया जा रहा है.
- यह सुरंग रणनीतिक रूप से 11,578 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है.
-2027 तक पूरा होने वाली 30 किलोमीटर से ज्यादा लम्बी सुरंग, द्रास और कारगिल के जरिए से श्रीनगर और लेह के बीच सभी मौसम में महत्वपूर्ण संपर्क प्रदान करेगी.
-यह सुरंग भारत के नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर, खासतौर से श्रीनगर-कारगिल-लेह हाईवे  का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
- इससे क्षेत्र में नागरिक और सैन्य गतिशीलता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी.
- यह परियोजना न केवल एक रणनीतिक स्ट्रक्चर परिसंपत्ति है, बल्कि इस क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक अवसर भी पेश करती है.
- केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 27 मार्च को संसद को बताया कि जम्मू-कश्मीर की ज़ोजिला सुरंग का काम अब 70 फीसदी पूरा हो चुका है.
- शुरुआत में, सुरंग के निर्माण पर 12,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत आने का अनुमान था, लेकिन यह लगभग 5,500 करोड़ रुपये में ही पूरी हो जाएगी.
- इस प्रोजेक्ट में एक स्मार्ट टनल या SCADA सिस्टम शामिल है, जिसका निर्माण न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग विधि का इस्तेमाल करके किया गया है.
-जोजिला टनल सीसीटीवी, रेडियो कंट्रोल, निर्बाध विद्युत आपूर्ति और वेंटिलेशन जैसी सुविधाओं से सुसज्जित है.

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