गर्मियों में जब सूरज आग उगल रहा हो, तब एक ठंडा, रसीला और मीठा तरबूज किसी वरदान से कम नहीं लगता. लेकिन क्या हो अगर यही तरबूज आपकी सेहत के लिए खतरा बन जाए? हाल ही में तमिलनाडु के तिरुपुर जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई, जहां फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने 20 क्विंटल (2000 किलो) खराब और रंग मिलाए गए तरबूज जब्त कर नष्ट कर दिए. ये तरबूज न केवल स्वाद में नकली थे, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद हानिकारक साबित हो सकते थे.
फूड डिपार्टमेंट की इस सख्त कार्रवाई के बाद अब उपभोक्ताओं के बीच चिंता बढ़ गई है कि आखिर हम कैसे पहचानें कि बाजार में बिक रहा तरबूज असली है या मिलावटी? रंगों की मिलावट और खराब क्वालिटी के चलते ये फल अब गर्मियों की राहत की जगह बीमारियों का कारण बन सकते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और कुछ खास बातों पर ध्यान देने की सलाह दी है.
तरबूज खरीदते समय इन 5 बातों का रखें ध्यान
1. रंग
अगर तरबूज काटने पर उसका लाल हिस्सा असामान्य रूप से चमकदार या गहरा लाल दिखे, तो समझ लें कि उसमें रंग मिलाया गया हो सकता है. नेचुरल तरबूज का गूदा हल्का गुलाबी या लाल रंग का होता है.
2. छिलके से पहचानें
असली पका हुआ तरबूज समान रूप से हरे रंग का और उस पर हल्के पीले धब्बे वाला होता है. अगर उसका रंग ज्यादा चमकदार हो या छिलके पर कोई केमिकल जैसा लेप लगे, तो सतर्क हो जाएं.
3. थप्पी
तरबूज पर हल्की थपकी मारें. अगर इससे गूंजती हुई आवाज आती है, तो वह अंदर से पका हुआ और रसीला है. अगर आवाज भारी या ठंडी लगे, तो तरबूज कच्चा या अंदर से खराब हो सकता है.
4. सुई के निशान
कई बार दुकानदार तरबूज में इंजेक्शन के जरिए मिठास या रंग भरने की कोशिश करते हैं. अगर तरबूज पर सुई के निशान दिखें या वह जगह चिपचिपी हो, तो उसे न खरीदें.
5. वजन पर करें भरोसा
एक ही आकार के तरबूज में जो ज्यादा भारी होता है, वही ज्यादा रसीला और मीठा होता है. हल्के तरबूज में पानी की मात्रा कम हो सकती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.