Cause of Fatty Liver: फैटी लिवर (Fatty Liver), लिवर से जुड़ी एक आम बीमारी है, लेकिन अगर इसका सही से इलाज नहीं किया जाए, तो समय के साथ यह गंभीर बीमारी जैसे लिवर डिजीज, सिरोसिस या लिवर फेलियर का भी कारण बन सकती है. फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लिवर में नॉर्मल से बहुत ज्यादा फैट जमा हो जाता है. इस स्थिति में लिवर में 5% से ज्यादा फैट जमा होता है. आपको बता दें, फैटी लिवर दो तरह के होते हैं- नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज और अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज. जैसा नाम से आपको समझ आ ही रहा होगा, कि आमतौर पर यह शराब पीने से हो जाता है. लेकिन चौका वाली बात यह है कि आपकी रोजमर्रा की कुछ गलत आदतें भी इसका कारण बन जाती है. इस खबर में हम ऐसी ही आदतों के बारे में बात करेंगे, जो फैटी लीवर का कारण बन सकती है.
अनहेल्दी खान-पान
आप क्या खाते हैं और किस वक्त खाते हैं, यह फैटी लिवर का बहुत बड़ा कारण है. आज के समय में वक्त बचाने के लिए लोग बाहर का अनहेल्दी खाना खा लेते हैं. लोगों की जिंदगी फास्ट फूड, जंक फूड, पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड पर चल रही है. इतना ही नहीं, समय न होने के कारण, ब्रेकफास्ट लंच के टाइम पर, तो लंच डिनर में करते हैं. आपकी आदत आपकी सेहत के लिए जानलेवा साबित हो सकती है. लंबे समय तक ऐसा करने से नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लीवर डिजीज होने का खतरा बढ़ जाता है.
फिजिकल एक्टिविटी की कमी
आज के समय में लोग अपने काम और घर में इतने ज्यादा बिजी हो जाते हैं, कि खुद की सेहत पर ध्यान नहीं दे पाते. सेडेंटरी लाइफस्टाइल घंटों कंप्यूटर के सामने बैठना, पैदल न चलना और कोई भी फिजिकल एक्टिविटी न करना कई बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है. इससे व्यक्ति का मेटाबोलिज्म स्लो हो जाता है. शरीर कैलोरीज को सही तरह से नहीं जला पाता, जिससे लिवर में फैट के रूप में जमा हो जाती है.
डायबिटीज और मोटापा
टाइप-2 डायबिटीज और मोटापे की स्थिति में भी फैटी लिवर हो सकता है. डायबिटीज में शरीर इंसुलिन का फ्लो कम हो जाता है, तो ग्लूकोज और फैट की मात्रा को अनियंत्रित कर देता है, इस स्थिति में लिवर पर बुरा असर पड़ता है. वहीं मोटापे में कारण लिवर सेल्स में फैट जमा हो जाता है और धीरे-धीरे लिवर को कमजोर करना चले जाता है.
नींद की कमी और स्ट्रेस
आपको बता दें, नींद की कमी और स्ट्रेस का लिवर पर बहुत बुरा असर पड़ता है. लंबे समय तक जब आप पूरी नींद नहीं ले पाते हैं, तो हार्मोनल बैलेंस बिगड़ जाता है और शरीर में स्ट्रेस (कोर्टिसोल) हॉर्मोन की मात्रा बढ़ जाती है. यह हार्मोन फैट स्टोरेज को बढ़ाता है, जो लिवर भी जमा हो जाते हैं. वहीं स्ट्रेस के कारण लोग अनहेल्दी ईटिंग करने लगते हैं, जिससे स्थिति और ज्यादा गंभीर हो जाती है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.