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कमर दर्द सिर्फ मसल पेन नहीं, किडनी स्टोन का भी हो सकता है अलर्ट! जानें पहचान का सही तरीका

अक्सर कमर का दर्द थकान या गलत बैठने की वजह से होता है, लेकिन अगर यह दर्द अचानक बहुत तेज हो जाए और पेनकिलर लेने के बाद भी राहत न मिले, तो यह सिर्फ मसल पेन नहीं है. यह किडनी स्टोन का अलर्ट भी हो सकता है. ऐसे में दर्द को हल्के में न लें और सही समय पर पहचान करना जरूरी है.  

कमर दर्द सिर्फ मसल पेन नहीं, किडनी स्टोन का भी हो सकता है अलर्ट! जानें पहचान का सही तरीका
Udbhav Tripathi|Updated: Jul 27, 2025, 02:31 PM IST
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Back Pain vs Kidney Stone: क्या आपके भी कमर में अक्सर तेज दर्द रहता है? अगर हां तो इसे बिलकुल भी इग्नोर न करें. अक्सर लोग कमर दर्द को मसल पेन या थकान समझकर इग्नोर कर देते हैं, लेकिन हर बार यह साधारण नहीं होता है. कई बार यह दर्द किडनी स्टोन का संकेत भी हो सकता है. खासतौर पर जब दर्द लगातार बना रहे, उसके साथ पेशाब में जलन या खून आने लगे, तो यह किडनी से जुड़ी समस्या हो सकती है. ऐसे में सही समय पर इसे पहचानना बहुत जरूरी हो जाता है जिससे समय रहते इसका इलाज हो सके.

हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक किडनी स्टोन का दर्द ज्यादातर कमर के एक तरफ निचले हिस्से में होता है. यह इतना तेज होता है कि इसका दर्द पेट और जांघ तक फैल सकता है. लेकिन यह लगातार नहीं होता रहता है आता-जाता रहता है. साथ ही बार-बार पेशाब आना और यूरिन में झाग या फिर ब्लड आने की समस्या हो तो यह किडनी में पथरी के संकेत हो सकते हैं.
बात की जाए नार्मल कमर दर्द की तो इसमें लंब समय तक दर्द बना रहता है. यह मसल्स टाइटनेस या गलत पॉश्चर में बैठने के कारण से भी हो सकता है. इसमें रीढ़ की हड्डी की भी कोई समस्या हो सकती है. अगर आपको लगातार कमर में दर्द होता है या बना रहता है तो सही पहचान के लिए अल्ट्रासाउंड और यूरिन टेस्ट करना जरूरी हो जाता है.

बैक पेन यानी कमर दर्द के लक्षणों की बात की जाए तो यह तब होता है जब मांसपेशियों पर तनाव ज्यादा बढ़ जाता है या लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ने लगता है. कमर का दर्द धीरे-धीरे शुरू होता है और लंबे समय तक रहता है. कुछ लोग सुबह उठते ही इसे बैक पेन महसूस करते हैं, तो कुछ को यह ऑफिस में लंबे समय तक बैठने के कारण होता है. बैक पेन कमर के मिडिल या लोअर हिस्से में होता है और शरीर की हरकतों से प्रभावित होता है यानी चलने, उठने, झुकने पर दर्द बढ़ या कम हो सकता है. साथ ही यह दर्द कई बार जकड़न और मांसपेशियों की थकान के साथ होता है.

किडनी में पथरी होने पर होता है तेज दर्द
किडनी में पथरी बनने और उसके यूरेटर (किडनी से ब्लैडर तक की नली ) में फंसने के कारण तेज दर्द होने लगता है. यह दर्द आमतौर पर कमर के एक तरफ से शुरू होकर पेट के निचले हिस्से या जांघ तक जा सकता है. इसे रेडिएटिंग पेन भी कहते हैं. यह दर्द बैठने, लेटने या चलने से कम नहीं होता, बल्कि कई बार और बढ़ भी जाता है. इसके साथ उल्टी जैसा लगना, पेशाब में जलन, खून आना, बदबू या बार-बार पेशाब की इच्छा होना भी किडनी में पथरी होने के आम लक्षण हैं.

इस तरह से भी कर सकते हैं पहचान
बैक पेन ज्यादातर मांसपेशियों या हड्डियों से जुड़ा होता है और आराम करने, स्ट्रेचिंग या पेनकिलर खाने से सही हो जाता है. वहीं पथरी का दर्द अचानक शुरू होता है, बहुत तेज होता है. इस दर्द में पेनकिलर से भी राहत नहीं मिलती. दोनों दर्द में एक और बड़ा फर्क यह है कि बैक पेन में मूवमेंट से दर्द कम या ज्यादा हो सकता है, लेकिन पथरी के दर्द में स्थिति बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ता. अगर पेशाब में जलन, खून या रंग में बदलाव दिखे, तो यह किडनी स्टोन का संकेत हो सकता है. इसलिए कमर दर्द को बिलकुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. सही समय पर कारण की पहचान और इलाज ही सेहत के लिए जरूरी है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी इसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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