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डायबिटीज से लड़ने के लिए अपनाए ये नेचुरल इलाज, शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं ये खास योगासन

Yoga for Diabetes: खराब लाइफस्टाइल के कारण होने होने वाली डायबिटीज को दवाई से खत्म किया जा सकता है. लेकिन इस खबर में हम आपको इससे लड़ने का एक नेचुरल तरीका बताएंगे. डायबिटीज को आप योग से भी कंट्रोल कर सकते हैं.  

डायबिटीज से लड़ने के लिए अपनाए ये नेचुरल इलाज, शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं ये खास योगासन
Reetika Singh|Updated: May 01, 2025, 09:53 AM IST
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Diabetes Yoga: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें ब्लड में शुगर लेवल बहुत ज्यादा हो जाता है. यह तब होता है, जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता या इंसुलिन का ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाता है. डायबिटीज एक लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है. यह खराब डाइट, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और स्ट्रेस के कारण हो सकता है. हालांकि दवाइयों से शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है. लेकिन योग डायबिटीज एक ऐसा नेचुरल उपाय है, जो बॉडी और मन दोनों को बैलेंस रखता है. योगासान न केवल ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं, बल्कि डाइजेशन, मेटाबॉलिज्म और मेंटल हेल्थ में भी सुधार करते हैं. इस खबर में हम आपको डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद योगासन बताएंगे.

 

कपालभाति प्राणायाम
कपालभाति एक पावरफुल प्राणायाम है, जो पेट की सभी ग्लैंड को एक्टिव करता है, खासकर पैंक्रियाज के. इससे इंसुलिन सिक्रीशन बेहतर होता है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है. कपालभाति प्राणायाम करने के लिए पहले पद्मासन या सुखासन में बैठें. गहरी सांस लें और फिर पेट को अंदर खींचते हुए तेजी से सांस बाहर निकालें. ऐसा लगभग 1 मिनट में 60 बार करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं. यह न सिर्फ ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है, बल्कि बेहतर डाइजेशन  और वेट लॉस में भी मददगार है. 

 

वज्रासन
वज्रासन खाना खाने के बाद किया जाने वाला एकमात्र योगासन है. यह डाइजेशन को सुधारता है और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है. इसे करने के लिए सीधे बैठ जाएं, दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर पीछे की ओर रखें. एड़ियों पर बैठें और रीढ़ सीधी रखें. 5 से 10 मिनट तक रोज करें. डाइजेशन को सुधारने के साथ-साथ यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाता है.

 

अर्ध मत्स्येन्द्रासन
यह आसन पैनक्रियाज पर सीधा दबाव डालता है, जिससे यह बेहतर ढंग से काम करता है. यह लीवर, किडनी और डाइजेशन को बेहतर करने में मददगार है. इसे करने के लिए दोनों पैरों को आगे फैलाकर बैठें. दाहिने पैर को मोड़कर बाएं घुटने के पार पर रखें. बाएं हाथ को दाहिने घुटने पर रखें और शरीर को दाईं ओर मोड़े. ऐसा ही दूसरी ओर भी करें. इसे करने से पैनक्रियाज की क्षमता बढ़ती है, बॉडी डिटॉक्स होता है. साथ ही डाइजेशन बेहतर होता है. 

 

धनुरास
यह आसन शरीर को धनुष के शेप में लाता है, जिससे पेट में खिंचाव पड़ता है और पैनक्रियाज एक्टिव होता है. इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं. पैरों को मोड़कर हाथों से एड़ियों को पकड़ें. गहरी सांस लें और शरीर को ऊपर की ओर उठाएं. कुछ सेकंड होल्ड करें और धीरे-धीरे वापस आएं. 

 

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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