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Sprouted Potatoes: क्या अंकुरित आलू को खाया जा सकता है? हरे हो चुके आलू के साथ क्या करना चाहिए

What to do with Green Potatoes: आलू की सब्जी काटते समय कई बार आपके सामने अंकुरित आलू आ जाते होंगे. उन्हें देखकर काफी लोग सोच में पड़ जाते हैं. क्या अंकुरित आलुओं को खाया जा सकता है या उन्हें फेंक देना चाहिए. 

Sprouted Potatoes: क्या अंकुरित आलू को खाया जा सकता है? हरे हो चुके आलू के साथ क्या करना चाहिए
Devinder Kumar|Updated: Jun 19, 2025, 04:05 AM IST
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Can Sprouted Potatoes be Eaten: अक्सर हम सभी मंडी जाते वक्त हफ्ते भर की सब्जी खरीदकर ले आते हैं. इनमें आलू भी अक्सर शामिल होता है, जिसे हम किसी भी सब्जी में इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जब हम आलू की सब्जी बनाने जाते हैं तो देखते हैं कि वह अंकुरित हो चुका है. ऐसे में हम असमंजस में पड़ जाते हैं कि वह आलू खाने लायक है भी या नहीं. क्या उसे काटकर सब्जी बना लें या फेंक दें. भ्रम की यह स्थिति अक्सर आपके सामने भी आती होगी. ऐसा में यह जानना जरूरी हो जाती है कि अगर आलू अंकुरित हो जाए तो उसके साथ क्या करना चाहिए. 

अंकुरित आलू में पाए जाते हैं ये दो यौगिक

आहार विशेषज्ञों के मुताबिक, आलू का अंकुरित होना इस बात का संकेत होता है कि अब वो एक पौधे के रूप में बढ़ने की कोशिश कर रहा है. इस प्रक्रिया के दौरान आलू में ग्लाइकोएल्कलॉइड नाम का जहरीला यौगिक बढ़ने लगता है. यह यौगिक आलू को कीड़ों और फफूंद से बचाता है. इसमें कंपाउंड सोलनिन का तत्व भी पाया जाता है, जो आलू को काटने या लंबे समय तक स्टोर करने से बढ़ जाता है. अंकुरित आलू में इन दोनों तत्वों की प्रधानता हो जाने पर उसे खाना सेहत के लिए नुकसानदायक हो जाता है. 

हरे रंग के आलू का क्या करना चाहिए?

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अंकुरित आलू में ग्लाइकोएल्कलॉइड की वजह से वह कड़वा हो जाता है. जिसके चलते उसे खाने पर उल्टियां हो सकती हैं. इस यौगिक की पहचान आलू के रंग से हो सकती है. अगर आलू का रंग हरा गया तो समझ लें कि उसमें यह यौगिक बढ़ने लगा है. ऐसे में उस आलू को न तो खरीदना चाहिए और न ही खाना चाहिए. 

क्या अंकुरित आलू को खाया जा सकता है?

ब्रिटेन की फ़ूड स्टैंडर्ड एजेंसी (एफएसफ) का कहना है कि अंकुरित आलू के मामले में सबसे अच्छा तो ये है कि आप उसे फेंक दें. अगर आप ऐसा नहीं करना चाह रहे तो अंकुरित वाले हिस्से को काटकर फेंक देना चाहिए. इसके साथ ही आलू के हरे रंग वाले हिस्सो को भी काटकर पूरी तरह अलग कर देना चाहिए क्योंकि यह ज्यादा जहरीला बन चुका होता है. वहीं यदि आलू में फफूंदी या सड़न जैसे लक्षण दिखाई दें तो उसे पूरा ही फेंक देना चाहिए. ऐसा करके आप अपनी सेहत को फिट रख सकते हैं. 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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