AI Can Assists Food Sensory Evaluation: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल हर फील्ड में हो रहा है, ऐसे में फूड सेक्टर कहां पीछे रहेगा. एक स्टडी के अनुसार, चैट-जीपीटी (ChatGPT) का इस्तेमाल फूड आइटम्स, खास तौर से ब्राउनीज के सेंसरी इवैल्युएशन में किया जा सकता है, जो नए प्रोडक्ट्स के विकास को आसान बना सकता है और रेसिपी को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है.
ब्राउनी पर हुई स्टडी
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉयस अर्बाना-शैम्पेन (University of Illinois Urbana-Champaign) के रिसर्चर्स ने 15 अलग-अलग ब्राउनी रेसिपीज (Brownie Recipes) पर स्टडी की, जिनमें सामान्य सामग्री की सूची से लेकर अनयूजुअल कॉम्बिनेशन शामिल थे, जैसे मीलवर्म पाउडर (Mealworm powder)और मछली का तेल (Fish oil).
कैसे की गई रिसर्च?
स्टडी के ऑथर डेमिर टोरिको (Damir Torrico), जो खाद्य विज्ञान और मानव पोषण विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं, ने चैटजीपीटी को रेसिपी फॉर्मूला दिए और उसे हर ब्राउनी की सेंसरी विशेषताओं का वर्णन करने के लिए कहा, जिसमें स्वाद, बनावट और समग्र आनंद शामिल थे. टोरिको ने फिर चैटजीपीटी की प्रतिक्रियाओं के विषयों को वर्गीकृत किया ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि वे सकारात्मक, नकारात्मक या निरपेक्ष थे।
AI की जरूरत क्यों पड़ी?
जर्नल फूड्स में छपी स्टडी में टोरिको ने कहा, "कभी-कभी, ह्युमन टेस्टर्स पर निर्भर रहना प्रॉसेस को धीमा कर सकता है, खासकर जब एक साथ कई प्रोडक्ट्स के नमूनों का मूल्यांकन करना हो. सेंसरी पैनल को समय और सावधानी से कॉर्डिनेशन की जरूरत होती है, और कुछ मामलों में, कुछ सामग्री फूड-ग्रेड नहीं हो सकते हैं, जिससे उनका स्वाद चखना नामुमकिन हो सकता है." इसी कारण, बड़े लैग्वेज मॉडल जैसे चैटजीपीटी को सेंसरी इवैलुएशन के लिए विचार किया जा रहा है. ये मुमकिन है कि ऐसे मॉडल बनाए जाएं जो ह्यूमन रिसर्पॉन्सेज की नकल हों.
चैटजीपीटी ने क्या रिस्पॉन्स दिया?
चौंकाने वाली बात यह थी कि चैटजीपीटी के रिस्पॉन्स हद से ज्यादा पॉजिटिव थे, यहां तक कि उन रेसिपीज के लिए भी जो असामान्य इंग्रेडिएंट्स के साथ थे. ये पॉजिटिविट वैज्ञानिकों द्वारा "हेडोनिक असमेट्री" (Hedonic asymmetry) के नाम से जाने जाने वाले मानसिक सिद्धांत के अनुरूप है.
हेडोनिक असमेट्री क्या है?
"हेडोनिक असमेट्री" का मतलब है कि लोग (और जाहिर तौर पर एआई भी) उन चीजों को ज्यादा पॉजिटिव तरीके से डिस्क्राइब करते हैं जो उनके लिए फायदेमंद होते हैं. टोरिको ने समझाया, "फूड आइटम्स हमारी भूख को शांत करने और हमें एनर्जी देने का काम करते हैं, जिसके कारण इंसान भोजन के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया दिखाता है." चैटजीपीटी की मानव जैसी प्रतिक्रिया इस बिहेवियर को दिखाती है. टोरिको ने कहा, "चैटजीपीटी हमेशा चीजों के अच्छे पक्ष को देखने की कोशिश कर रहा था."
भविष्य की संभावनाएं
"एआई का इस्तेमाल सामान्य नजरिया देने में मदद कर सकता है कि कौन से प्रोडक्ट्स को आगे के टेस्ट के लिए कंसीडर किया जा सकता है और कौन से उत्पाद लंबे प्रक्रिया से नहीं गुजरने चाहिए," टोरिको ने कहा. "मुझे लगता है कि चैटजीपीटी को सेंसरी इवैलुएशन के लिए विकसित किया जा सकता है ताकि उद्योग को मदद मिल सके."
(इनपुट-आईएएनएस)