मुंबई जैसे व्यस्त और तनावपूर्ण जीवनशैली वाले शहर में लोग अब स्वास्थ्य और मानसिक सुकून पाने के लिए नए-नए ट्रेंड्स को अपनाने लगे हैं. हाल ही में शहर में "आइस बाथ" यानी बर्फ के ठंडे पानी में डुबकी लगाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. खासतौर पर युवाओं और फिटनेस के प्रति सतर्क लोगों के बीच यह नया हेल्थ हैक चर्चा में है. शरीर और दिमाग को ठंडक देने वाला यह ठंडे पानी का स्नान अब सिर्फ एथलीट्स की थैरेपी तक सीमित नहीं रहा, बल्कि आम लोग भी इसे अपनाने लगे हैं.
आइस बाथ यानी बर्फ वाले ठंडे पानी में कुछ मिनटों तक बैठना. यह प्रक्रिया शरीर के तापमान को तेजी से कम करती है, जिससे मसल्स को राहत मिलती है, सूजन कम होती है और मानसिक तनाव घटता है. अंधेरी स्थित एक स्पोर्ट्स कंपनी के मालिक और कोच फाजिल काजी बताते हैं कि शुरुआती कुछ मिनट बेहद मुश्किल होते हैं क्योंकि शरीर का तापमान अचानक गिरता है. लेकिन एक बार सहन कर लिया तो फिर ये आसान हो जाता है.
किन-किन समस्याओं में मिलती है राहत?
* मसल्स के दर्द और जकड़न में राहत
* ब्लड सर्कुलेशन में सुधार
* नींद की क्वालिटी में सुधार
* इम्यून सिस्टम को मजबूती
* कैलोरी बर्न में मदद
* मानसिक तनाव और डिप्रेशन में आराम
कैसे करें तैयारी?
बांद्रा स्थित एक वेलनेस स्टूडियो की मालकिन धवनी गाला बताती हैं कि आइस बाथ से पहले कुछ अहम तैयारियां जरूरी हैं:
* कोच की देखरेख में सेशन लेना बेहतर
* सांस लेने की तकनीकों का अभ्यास
* शरीर को गर्म करने के लिए हल्के व्यायाम
* पहले निचले हिस्से को डुबोएं, फिर धीरे-धीरे पूरा शरीर
आइस बाथ से मेंटल हेल्थ में भी मदद
खार की मेंटल हेल्थ और ब्रीदवर्क कोच रूमी शर्मा बताती हैं कि हमने PTSD और एक्वाफोबिया से जूझ रहे लोगों के साथ काम किया है. ब्रीदवर्क के साथ आइस बाथ उन्हें मानसिक स्थिरता और आत्मविश्वास देता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.