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बच्चों को हेल्दी बनाने के चक्कर में न करना ये 3 बड़ी गलतियां, साबित होती हैं स्लो प्वाइजन!

हर माता-पिता की यही ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा हेल्दी बने. इसी सोच के चलते वे टीवी पर दिखने वाले विज्ञापनों से प्रभावित होकर कई बार बिना सोचे-समझे ऐसे फूड प्रोडक्ट्स बच्चों को देने लगते हैं, जो उनकी सेहत के लिए 'स्लो प्वाइजन' बन जाते हैं.

बच्चों को हेल्दी बनाने के चक्कर में न करना ये 3 बड़ी गलतियां, साबित होती हैं स्लो प्वाइजन!
Shivendra Singh|Updated: Jun 17, 2025, 10:10 PM IST
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बच्चों की अच्छी सेहत हर माता-पिता की पहली प्राथमिकता होती है, हर कोई चाहता है कि उनका बच्चा लंबा, तंदुरुस्त और एक्टिव हो. इसी चाह में कई बार पैरेंट्स कुछ ऐसी चीजें बच्चों की डाइट में शामिल कर देते हैं, जो दिखने में हेल्दी लगती हैं, लेकिन असल में धीरे-धीरे उनकी सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं.

विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ छोटी लेकिन गंभीर आदतों से बच्चों का शुगर इनटेक बढ़ता है, गलत फूड क्रेविंग्स डिवेलप होती हैं और आगे चलकर मोटापा, डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. ऑर्थोपेडिक सर्जन और हेल्थ एजुकेटर डॉ. मनन वोरा ने बच्चों की परवरिश से जुड़ी ऐसी ही 3 आम लेकिन खतरनाक गलतियों की ओर ध्यान दिलाया है.

1. हाइट बढ़ाने वाले मिल्क ब्रांड्स का झांसा
डॉ. वोरा कहते हैं कि कई मिल्क कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स को ‘हाइट बढ़ाने वाला’ बताकर बेचती हैं, लेकिन असल में ये दूध चीनी से भरपूर होते हैं. माता-पिता सोचते हैं कि इससे उनके बच्चे की हाइट बढ़ेगी, जबकि वे अनजाने में उन्हें केवल शुगर और मार्केटिंग खरीदवा रहे होते हैं, पोषण नहीं. जरूरत है कि मिल्क ब्रांड्स का चुनाव करते समय उनके न्यूट्रिशन लेबल को गौर से पढ़ें और शुगर कंटेंट कम हो तो ही बच्चों को दें.

2. बिस्किट को स्नैक मानना एक बड़ी भूल
बिस्किट बच्चों के टिफिन का कॉमन हिस्सा बन चुके हैं. लेकिन डॉ. वोरा बताते हैं कि बिस्किट बेहद प्रोसेस्ड फूड हैं, जिनमें फाइबर, प्रोटीन या जरूरी पोषक तत्व बहुत कम होते हैं. इन्हें रोजाना देना बच्चों की स्वाद व आदतों को बिगाड़ देता है और हेल्दी फूड से दूरी बना देता है. बेहतर ऑप्शन हैं- फ्रूट्स, नट्स, होममेड स्नैक्स या फुल-ग्रेन सैंडविच.

3. बहुत जल्दी मिठाई से कराना परिचय
डॉ. मनन कहते हैं कि बच्चों को बहुत जल्दी केक, कुकीज और मिठाइयों का स्वाद देना भविष्य में मीठे के प्रति लत बना सकता है. जितना देर से बच्चे इनका स्वाद चखेंगे, उतना ही बेहतर होगा. जल्दी मीठे का एक्सपोजर बच्चों में ‘स्वीट टूथ’ विकसित करता है, जिससे आगे चलकर ओबेसिटी, डायबिटीज और दांतों की समस्याएं हो सकती हैं.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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