तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है और लू की तेज लहरें आम जनजीवन को बेहाल कर रही हैं. दिन के समय घर से बाहर निकलना मानो आग में चलने जैसा हो गया है. ऐसे में यदि गर्मी से बचाव के जरूरी उपाय नहीं किए गए, तो अस्पताल का रास्ता तय है! डॉक्टर लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि अगर सतर्कता नहीं बरती गई, तो डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि ज्यादा गर्मी खतरनाक हो सकती है. दोपहर के समय घर में रहें, हल्का भोजन करें, सुरक्षित ड्रिंक पिएं और बच्चों या पालतू जानवरों को पार्क की गई गाड़ियों में न छोड़ें. मंत्रालय ने सलाह दी कि दोपहर 12 से 3 बजे के बीच धूप में निकलने, भारी शारीरिक मेहनत, गर्मी में खाना पकाने और शराब, चाय, कॉफी या चीनी से भरपूर ड्रिंक पीने से बचें. खाना पकाते समय रसोई को हवादार रखें. अगर किसी को तेज बुखार, बेहोशी जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत 108 या 102 पर कॉल करें.
हल्के, ढीले कपड़े पहने
आईएमडी ने भी लोगों से हल्के, ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनने, सिर को टोपी या छाते से ढकने और बार-बार पानी पीने की अपील की है. मंगलवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो नॉर्मल से 3.6 डिग्री ज्यादा है. गर्मी का यह दौर कम से कम 12 जून तक रहेगा.
धूप में कम निकलें
शहर के एक प्रमुख अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन विभाग के डॉ. अतुल कक्कड़ ने को बताया कि गर्मी के कारण मरीजों में हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, गैस्ट्रोएंटेराइटिस और पीलिया के मामले बढ़ रहे हैं. उन्होंने सलाह दी कि धूप में कम से कम निकलें, पूरी आस्तीन के कपड़े पहने, छाता या टोपी का उपयोग करें. इसके साथ लस्सी, नींबू पानी, संतरे का जूस या तरबूज जैसे पानी से भरपूर फल खाएं. बाहर का खाना खाने से भी बचें.
(इनपुट- न्यूज एजेंसी आईएएनएस)
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.