भारत में मीठा खाना जितना पसंद किया जाता है, उतनी ही तेजी से मीठी बीमारी 'डायबिटीज' भी लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. हालात ऐसे हैं कि देश को अब 'डायबिटीज कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड' कहा जाने लगा है. इसके अलावा, एक और बीमारी तेजी से पांव पसार रही है. वो है फैटी लिवर, जो अक्सर बिना लक्षण के धीरे-धीरे लिवर को नुकसान पहुंचाती है.
बदलती लाइफस्टाइल, फास्ट फूड, तनाव और शारीरिक सक्रियता की कमी ने भारत में इन बीमारियों को महामारी जैसा बना दिया है. लेकिन, फैटी लिवर और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों को रोकने में भी कारगर उपाय है. उनमें से एक है स्ट्रॉबेरी. हाल के शोध बताते हैं कि स्ट्रॉबेरी खाने से न केवल दिल की सेहत बेहतर होती है, बल्कि यह शरीर को कई बीमारियों से बचाने में भी मदद करता है. यह फल उन लोगों के लिए वरदान है, जो नेचुरल तरीकों से अपनी सेहत को दुरुस्त करना चाहते हैं.
स्ट्रॉबेरी के पोषक तत्व
वैज्ञानिकों का कहना है कि स्ट्रॉबेरी में मौजूद पोषक तत्व, जैसे फाइटोन्यूट्रिएंट्स, फाइबर और विटामिन-सी, शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करते हैं, जो डायबिटीज और फैटी लिवर की जड़ है. 2023 के एक अध्ययन में पाया गया कि स्ट्रॉबेरी खाने से कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है, सूजन और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस में कमी आती है, ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है और दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा घटता है. यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की रिसर्चर डॉ. रोबर्टा होल्ट ने 2024 के एक अध्ययन में बताया कि रोजाना एक कप स्ट्रॉबेरी खाने से लिपिड मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है और सूजन कम होती है, जो दिल की बीमारी का मुख्य कारण है.
एक्सपर्ट का क्या कहना?
इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की प्रोफेसर ब्रिट बर्टन-फ्रीमैन ने कहा कि ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज स्टडी के अनुसार, फलों की कमी वाली डाइट डायबिटीज और दिल की बीमारी के लिए टॉप-3 रिस्क फैक्टर्स में से एक है. रोजाना एक कप स्ट्रॉबेरी भी आपकी सेहत में बड़ा बदलाव ला सकती है. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि फलों की अलग-अलग क्वालिटी और मात्रा बढ़ाने से इन बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है.
फूड ऐज मेडिसिन
एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्ट्रॉबेरी को 'फूड ऐज मेडिसिन' की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. यह टाइप-2 डायबिटीज और दिल की बीमारी की रोकथाम में प्रभावी है. रोजाना 1 से 4 कप स्ट्रॉबेरी खाने से कार्डियोमेटाबॉलिक हेल्थ में सुधार होता है. इसे आप स्मूदी, दही, सलाद में डालकर या स्नैक के रूप में खा सकते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.