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विदेशियों का खाना कैसे भारतीय डिश बना 'समोसा', जानें इसके पीछे की पूरी कहानी!

खस्ता गर्म-गर्म समोसा भला किसे पसंद नहीं होता है. ऑफिस हो या घर बिना समोसा चाय का स्वाद नहीं आता है. लेकिन क्या आप जानते हैं समोसा भारतीय डिश नहीं है. आइए जानते हैं कैसे विदेशी डिश भारतीयों की फेवरेट बन गई. 

विदेशियों का खाना कैसे भारतीय डिश बना 'समोसा', जानें इसके पीछे की पूरी कहानी!
Shilpa|Updated: Jul 19, 2025, 05:13 PM IST
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बिना समोसा चाय पार्टी और बरसात दोनों ही फीका-फीका लगता है. चाय के साथ अधिकतर लोग समोसा खाना पसंद करते हैं. आज समोसा भारतीय लोगों का फेवरेट स्नैक बन गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं यह स्नैक भारतीय नहीं है. आइए जानते हैं कैसे विदेशी डिश भारतीयों की फेवरेट बन गई. 

भारतीय नहीं तो किस देश का है समोसा?
समोसा मध्य पूर्व एशिया का है. माना जाता है कि 10 वीं शताब्दी  से पहले वहां पर समोसे जैसी डिश बनाई जाती है. फारसी भाषा में उस डिश को सम्मोसा, संबोसा कहते थे. ईरानी लोग उस समय भरी हुई पेस्ट्री का सेवन करते हैं. इस पेस्ट्री में मीट और मेवे भरकर तला या फिर बेक किया जाता है. मध्य पूर्व एशिया से व्यापारी लोग इस खाने को भारत में लेकर आए. 

भारत में बदला समोसा 
ईरान में जहां समोसे में मीट और मेवे को भरकर बनाया जाता था वहीं भारत में समोसे को वेजिटेरियन बनाया गया. इसमें आलू की स्टफिंग भरी गई.  आलू में गर्म मसाला, हरी मिर्च, धनिया, अदरक जैसे चीजों का तड़का लगाकर इसे बनाया गया है. आज उत्तर भारत में समोसा को काफी पसंद किया जाता है. हर गली-नुक्कड़ पर आपको समोसे की दुकान मिल जाएगी. 

कई तरह के समोसे 
आज के समय में समोसे में कई बदलाव आ चुके हैं. मार्केट में आपको चीज समोसा, मिक्स वेज समोसा, पनीर समोसा समेत कई तरह के समोसे मिल जाएंगे लेकिन अधिकतर लोगों को आज भी आलू वाला ही समोसा पसंद हैं. 

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है.  Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. 

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