सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति का होता है. अधिकतर लोग सावन के सोमवार को व्रत रखते हैं. वहीं उत्तर भारत में सावन के महीने में कांवड़ यात्रा होती है. कांवड़ यात्रा में शिव भक्त अपने कंधों पर गंगाजल से भरे घड़ों को लेकर अपने घर के पास शिवमंदिर जाते हैं. इस दौरान वह नंगे पैर लंबी यात्रा करते हैं. कई किलोमीटर पैदल चलने की वजह से कांवडियों के पैरों में छाले पड़ जाते हैं वहीं एड़ियों से लेकर पैरों में तेज दर्द होता है. इस दर्द से राहत पाने के लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं.
सरसों के तेल से मालिश
पैरों के दर्द को कम करने के लिए सरसों के तेल की मालिश कर सकते हैं. सरसों के तेल से मालिश करने से दर्द से राहत मिल सकती हैं. सरसों का तेल लेकर हल्के हाथों से पैरों की मालिश करें.
सिकाई
पैरों और एड़ियों के दर्द से राहत पाने के लिए आप हॉट वॉटर बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं. हॉट बैग का इस्तेमाल करने से दर्द से राहत मिल सकता है. यात्रा के दौरान आप अपने साथ हॉट बैग कर सकते हैं.
यात्रा के दौरान इन बातों का ध्यान रखें
कांवड़ यात्रा के दौरान ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन करें. पानी का सेवन करने से शरीर में एनर्जी लेवल बना रहता है. पानी पीने से पैरों की नसों और मसल्स में तनाव भी कम महसूस होता है.
बैंडेज साथ रखें
यात्रा के दौरान पैरों में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए बैंडेज का इस्तेमाल कर सकते हैं. पैरों में बैंडेज बांधने से राहत मिल सकती है.
मालिश
यात्रा के दौरान पैरों की मालिश करते रहें. पैरों की मालिश करने से स्किन ड्राई नहीं होगी.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.