Steel Containers: स्टील के डिब्बे अपनी मजबूती और सफाई के कारण इंडियन किचन में एक अहम हिस्सा हैं। हालांकि, सभी फूड आइटम्स को स्टील के डिब्बे में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि कुछ चीजें मेटल के साथ रिएक्ट करके उनके टेस्ट, टेक्सचर और न्यूट्रीशनल वैल्यू को अफेक्ट कर सकती हैं. जहां स्टील सूखी चीजों के लिए अच्छा काम करता है, वहीं एसिडिक या नमी वाले भोजन को कांच या सिरेमिक जैसे अल्टरनेटिव मैटेरियल में रखना सबसे अच्छा होता है. यहां 5 ऐसी खाने की चीजें बताई गई हैं जिन्हें स्टील के डिब्बे में नहीं रखना चाहिए.
1. दही (Curd)
कुदरती तौर से एसिडिक नेचर वाली दही को लंबे समय तक स्टील में रखने से उसमें मेटेलिक टेस्ट आ सकता है और लगातार फर्मेंटेशन के कारण उसके टेक्चर में बदलाव आ सकता है. कांच या सिरेमिक के डिब्बे दही की ताजगी और उसके प्रोबायोटिक बेनेफिट्स को मेंटेन रखते हैं, जो आंत की सेहत और इम्यूनिटी को सपोर्ट करते हैं.
2. नींबू वाली डिशेज (Lemon based Dishes)
नींबू चावल या इमली रसम जैसे फूड आइटम्स स्टील में रखने पर अपना खट्टापन तेजी खो सकते हैं. एडिसिड फूड्स मेटल के साथ रिएक्ट करते है, जिससे टेस्ट खराब हो जाता है. कांच या सिरेमिक के डिब्बे इसके ऑरिजनल टेस्ट को बनाए रखने के लिए बेस्ट होते हैं.
3. अचार (Pickles)
नमक, तेल और नींबू या इमली जैसे एसिड से भरपूर अचार स्टील के साथ रिएक्ट कर सकते हैं, खासकर अगर डिब्बा अच्छी क्वालिटी वाले स्टेनलेस स्टील का न हो. ये रिएक्शन स्वाद को बदल सकती है और शेल्फ लाइफ को कम कर सकती है. अचार के टेस्ट और क्वालिटी को मेंटेन रखने के लिए कांच के जार बेस्ट होते हैं.
4. फल और फ्रूट सलाद (Fruits and Fruit Salads)
कटे हुए फल धातु के साथ हल्के केमिकल रिएक्शंस के कारण स्टील के डिब्बे में नर्म हो सकते हैं और स्वाद खो सकते हैं. एयरटाइट ग्लास के डिब्बे उन्हें ताजा, कुरकुरा और टेस्टी बनाए रखते हैं.
5. टमाटर से भरपूर डिशेज (Tomato rich Foods)
राजमा या पनीर बटर मसाला जैसे ज्यादा टमाटर वाली डिशेज में नेचुरल एसिड होते हैं जो स्टील के साथ रिएक्ट कर सकते हैं, जिससे टेस्ट और न्यूट्रीशन दोनों से समझौता हो सकता है. ऐसे ग्रेवी के लिए सिरेमिक या कांच के डिब्बे सेफ होते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.