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धीरे-धीरे आपके दिमाग को खा सकता है अकेलापन, इन 4 मानसिक बीमारियों का बन सकता है कारण

What is Loneliness: अकेलापन एक मेंटल कंडीशन है, जहां व्यक्ति को अकेला, उदास और अलग-थलग महसूस कराता है. लंबे समय तक ऐसा महसूस करने से यह मेंटल हेल्थ पर बुरा असर डाल सकता है और कई मानसिक बीमारियों का कारण बन सकता है.   

धीरे-धीरे आपके दिमाग को खा सकता है अकेलापन, इन 4 मानसिक बीमारियों का बन सकता है कारण
Reetika Singh|Updated: May 12, 2025, 12:55 PM IST
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Loneliness Can Cause Mental Problem: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में मेंटल हेल्थ पर ध्यान देना बेहद जरूरी हो गया है. हमारे जीने का तरीका हमारे मेंटल हेल्थ पर बुरा असर डाल रहा है. खासकर अकेलापन एक आम समस्या बनता जा रही है. आज के समय में लोग सोशल मीडिया पर लोगों के बहुत दोस्त होते हैं, लेकिन असल जीवन में वे अकेले होते हैं. धीरे-धीरे अकेलापन आपके मेंटल हेल्थ पर असर डाल सकता है. लंबे समय तक अकेले रहने वाले लोग, कई मानसिक बीमारियों से जूझने लगते हैं. इस खबर में हम आपको ऐसी मेंटल प्रोब्लम्स के बारे में बताएंगे, जो अकेलेपन की हो सकती है. 

 

डिप्रेशन
अकेलापन डिप्रेशन का कारण बन सकता है. इन दोनों में एक गहरा संबंध है, जब कोई व्यक्ति लंबे समय से अकेलेपन से जूझ रहा होता है, सोशल इंटरेक्शन से दूर रहता है, तब वह निराशा और नेगेटिविटी से घिर सकता है. यह धीरे-धीरे करके डिप्रेशन का कारण बन सकती है. इसके कई लक्षण हो सकते हैं- जैसे उदासी, खुद के बारे में बुरा सोचना, एनर्जी की कमी और लाइफ से इंटरेस्ट खत्म हो जाना. 

 

एंग्जायटी
अकेलापन एंग्जायटी की समस्या भी पैदा कर सकता है. लंबे समय तक अकेलेपन से जूझने से व्यक्ति अपनी बातें, फीलिंग्स दूसरों से शेयर नहीं कर पाता, जो उसके मन में बार-बार डर, चिंता और घबराहट आने लगते हैं. अकेला उसे समाज से दूर कर देता है, जिससे उसमें सोशल एंग्जायटी भी बढ़ जाती है. यह स्थिति धीरे-धीरे जनरलाइज्ड एंग्जायटी डिसऑर्डर (GAD) या पैनिक अटैक जैसी समस्या पैदा कर सकता है. 

 

डिमेंशिया और याददाश्त की समस्याएं
बुजुर्गों में ये समस्या ज्यादा देखी जाती है. लंबे समय तक अकेले रहने से डिमेंशिया जैसी बीमारी हो सकती है. सोशल इंटरेक्शन से दिमाग एक्टिव रहता है, वहीं अकेलापन ब्रेन की क्षमता को स्लो कर देता है. अकेलेपन में ब्रेन में सूजन न्यूरोनल एक्टिविटी की कमी, याददाश्त और डिसीजन मेकिंग एबिलिटी पर बुरा असर पड़ता है. 

 

नींद से जुड़ी समस्याएं
अकेलापन आपकी नींद पर असर डाल सकता है. इससे स्ट्रेस बढ़ता है, जो नींद पर सीधा असर डालता है. जब व्यक्ति अकेला महूसस करता है तो ब्रेन में स्ट्रेस हार्मोन (जैसे कोर्टिसोल) का लेवल बढ़ जाता है. यह हार्मोन नींद पर असर डालता है, जिससे अनिद्रा, बार-बार नींद टूटना या गहरी नींद न आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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