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मैग्नीशियम की कमी होने पर शरीर देता है ये 4 संकेत, इग्नोर किया तो खड़ी हो जाएंगी गंभीर समस्याएं

मैग्नीशियम एक जरूरी खनिज है, जो शरीर में 300 से ज्यादा एंजाइमेटिक क्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह मसल्स, दिल, दिमाग और एनर्जी उत्पादन के लिए बेहद जरूरी होता है. 

मैग्नीशियम की कमी होने पर शरीर देता है ये 4 संकेत, इग्नोर किया तो खड़ी हो जाएंगी गंभीर समस्याएं
Shivendra Singh|Updated: Feb 04, 2025, 12:25 PM IST
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मैग्नीशियम एक जरूरी खनिज है, जो शरीर में 300 से ज्यादा एंजाइमेटिक क्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह मसल्स, दिल, दिमाग और एनर्जी उत्पादन के लिए बेहद जरूरी होता है. लेकिन इसके बावजूद, कई लोगों को अपनी डाइट में पर्याप्त मैग्नीशियम नहीं मिलता, जिससे स्वास्थ्य संबंधी कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.

हार्वर्ड के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने मैग्नीशियम की कमी के चार प्रमुख संकेत बताए. उन्होंने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी और इस महत्वपूर्ण पोषक तत्व की पर्याप्त मात्रा लेने पर जोर दिया. आइए जानते हैं कि शरीर कैसे संकेत देता है जब उसमें मैग्नीशियम की कमी होती है.

1. कमजोरी और थकान
डॉ. सेठी के अनुसार, एनर्जी की कमी मैग्नीशियम की कमी का सबसे आम संकेत है. यह खनिज एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) के निर्माण में मदद करता है, जो शरीर की एनर्जी का मुख्य सोर्स होता है. पर्याप्त मैग्नीशियम के बिना, शरीर को एनर्जी उत्पादन में कठिनाई होती है, जिससे कमजोरी, थकान और कम सहनशक्ति जैसी समस्याएं हो सकती हैं. खासकर एथलीट्स और एक्टिव लोगों के लिए मैग्नीशियम बेहद जरूरी है, क्योंकि शारीरिक गतिविधि के दौरान यह पसीने और तेज मेटाबॉलिज्म के कारण अधिक खर्च होता है.

2. अनियमित हार्टबीट (Arrhythmia)
मैग्नीशियम दिल गति को संतुलित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह शरीर में पोटैशियम, कैल्शियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स को कंट्रोल करता है, जो दिल की धड़कन को नियमित बनाए रखते हैं. अगर मैग्नीशियम की कमी हो जाए, तो कैल्शियम दिल की मसल्स को जरूरत से ज्यादा उत्तेजित करने लगता है, जिससे अनियमित धड़कन (Arrhythmia) की समस्या हो सकती है. इसके अलावा, यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और दिल की बीमारी के खतरे को कम करने में मदद करता है.

3. मसल्स में ऐंठन और दर्द
मैग्नीशियम मसल्स के सिकुड़न और विश्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. शरीर में अगर इसकी कमी हो जाए, तो मसल्स में अकड़न, खिंचाव और ऐंठन होने लगती है. खासतौर पर एथलीट्स, डांसर्स और ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करने वालों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है. यह समस्या इसलिए होती है क्योंकि मैग्नीशियम, कैल्शियम और पोटैशियम का संतुलन बनाए रखता है, जिससे मसल्स सही से काम कर पाती हैं.

4. मूड स्विंग और डिप्रेशन
डॉ. सेठी बताते हैं कि मैग्नीशियम सेरोटोनिन (Serotonin) नामक न्यूरोट्रांसमीटर को बढ़ाने में मदद करता है, जो मूड, नींद और इमोशनल स्थिरता को कंट्रोल करता है. अगर शरीर में मैग्नीशियम की कमी हो जाए, तो डिप्रेशन, चिंता, चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं. इसके अलावा, मैग्नीशियम कोर्टिसोल (Cortisol) के लेवल को कंट्रोल करता है, जो शरीर का मुख्य स्ट्रेस हार्मोन होता है. इसकी अधिकता से चिंता, तनाव और वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है.

कैसे पूरी करें मैग्नीशियम की कमी?
अगर आप इन लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो अपनी डाइट में मैग्नीशियम से भरपूर चीजों को शामिल करें, जैसे:
* हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, मेथी)
* नट्स और बीज (बादाम, कद्दू के बीज)
* साबुत अनाज (ब्राउन राइस, ओट्स)
* केले, एवोकाडो और डार्क चॉकलेट

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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