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नकली पनीर का खौफ! पैकेट में तो पढ़ लेंगे, लेकिन रेस्टोरेंट में कैसे पता लगाएंगे? इस डॉक्टर ने दी अहम सलाह

Nakli Paneer: जो पनीर हम और आप खा रहे हैं, वो शायद नकली हो सकता है, क्योंकि मार्केट में पाम ऑयल और स्ट्रार्च से तैयार होने वाले पनीर की भरमार है. ये सेहत के लिए काफी नुकसानदेह है.

नकली पनीर का खौफ! पैकेट में तो पढ़ लेंगे, लेकिन रेस्टोरेंट में कैसे पता लगाएंगे? इस डॉक्टर ने दी अहम सलाह
Shariqul Hoda|Updated: May 23, 2025, 08:48 AM IST
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Real vs Fake Paneer: वेजिटेरियंस के लिए पनीर किसी जन्नत के खाने से कम नहीं है, लेकिन अक्सर आप न्यूज में फेक पनीर के बारे में पढ़ते और सुनते होंगें. दरअसल फेक पनीर की कीमत असली पनीर के मुकाबले कम होती है. जिसके कारण मैन्युफैक्चरर, सेलर, डिस्ट्रिब्यूटर और रेस्टोरेंट के ओनर को इसे बेचने में ज्यादा मुनाफा होता है, लेकिन एनालॉग पनीर में मौजूद पाम ऑयल आपकी सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं. खासकर ये दिल के लिए तो बिलकुल भी अच्छा नहीं है. 

नकली और असली पनीर का फर्क
इसको लेकर डॉ. मनन वोहरा (Dr. Manan Vora) ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए लोगों को चेताया, "फेक पनीर, एनालॉग पनीर, आयोडीन टेस्ट, ये सब आपने अपनी फीड में देखा होगा,  लेकिन असली कहानी क्या है. आपको सबसे पहले रियल पनीर और एनालॉग पनीर का फर्क पता होना चाहिए."

असली पनीर में क्या होता है?
-ये दूध से तैयार किया जाता है
-इसमें कुदरती तौर पर काफी प्रोटीन, कैल्शियम, हेल्दी फैट्स होते हैं
-इसमें कोई एडिटिव या शॉर्टकट का इस्तेमाल नहीं होता

एनालॉग पनीर क्या होता है?
-ये सस्ते ऑयल (पाम ऑयल) और स्ट्रार्च से बना होता है
-इसमें दूध नहीं होता, जिसके कारण इससे न्यूट्रिशन भी नहीं मिलता
-ये सिर्फ पनीर जैसा दिखता है, लेकिन होता नहीं है

 

"पनीर सबसे मिलावटी"
डॉ. मनन वोहरा ने आगे कहा, "हाल में ही फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Food Safety and Standards Authority of India) यानी एफएसएसएआई (FSSAI) ने बताया है कि पनीर भारत में बिकने वाला सबसे मिलावटी फूड आइटम्स में से एक है." 

रेस्टोरेंट वाले नहीं बताते पनीर की क्वालिटी
उन्होंने आगे कहा, "इस परेशानी से निपटने के लिए एफएसएसएआई ने मैन्युफैक्चरर के लिए ये अनिवार्य किया है कि वो एनालॉग पनीर के पैकेट पर साफ-साफ मेंशन करें कि ये एक नॉन डेयरी प्रोडक्ट है ताकि लोग धोखा न खाएं.  लेकिन यहां सबसे बड़ा मसला है कि रेस्टोरेंट के लिए ये रूल फॉलो करना जरूरी नहीं है. यानी अगर आप बटर पनीर बाहर जाकर खा रहे हैं, या फूड डिलिवरी ऐप के जरिए घर पर इसे मंगवा रहे हैं, तो ये पनीर फेक हो सकता है, और रेस्टोरेंट वालों के लिए इसे बताना जरूरी भी नहीं है."

डॉक्टर ने की अपील
डॉ. वोहरा आखिर में सलाह दी, "मैं जोर देकर इस बात को कहता हूं कि रेस्टोरेंट और होटल को इस बात को बताना चाहिए कि वो असली पनीर यूज कर रहे हैं या एनालॉग पनीर क्योंकि ट्रांसपेरेंसी सुपर मार्केट तक सीमित नहीं होनी चाहिए, इसे एक्सटेंड करते हुए आपके प्लेट तक भी पहुंचाना चाहिए."

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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