Silent Manipulation In Relationship: एक रिश्ता विश्वास, रिस्पेक्ट, कम्युनिकेशन और समझ की नींव पर टिका होता है. इन सभी चीजों के साथ ही रिश्ता मजबूत होता है. लेकिन कई बार रिश्ते में कई ऐसी चीजें आने लगती हैं, जो आपके रिश्ते में धीरे-धीरे जहर घोल सकती है. ऐसी ही एक चीज है 'साइलेंट मैनिपुलेशन'. इस तरीके से आपका पार्टनर बिना कुछ कहे, बिना जोर जबरदस्ती किए, आपको मेंटली अपने जाल में फंसा लेता है. आपको पता भी नहीं चलता है और आप एक ऐसे रिश्ते में चले जाते हैं, जहां आपको सोच, कॉन्फिडेंट और खुशी ही नहीं बचती. ऐसे में ये जानना बहुत जरूरी है कि साइलेंट मैनिपुलेशन कैसे होता है?
गिल्ट में डालना
अगर आपका पार्टनर आपको बार-बार ऐसा महसूस कराता है कि आप गलत हैं, आप उन्हें दुख पहुंचाते हैं, या हर बात पर गिल्ट डालते हैं, तो समझ जाएं कि आपका पार्टनर आपको साइलेंटली मैनिपुलेट कर रहा है. ऐसी सिचुएशन में आपका पार्टनर हर बात को ऐसे मोड़ते हैं कि आपको खुद में ही अपनी गलती महसूस होने लगें. लंबे समय में यह आपके कॉन्फिडेंस को धीरे-धीरे तोड़ देता है.
साइलेंट ट्रीटमेंट
अपने पार्टनर को साइलेंट ट्रीटमेंट देना भी एक तरह से साइलेंटली मैनिपुलेट करना ही होता है. गुस्से में कुछ बोलने पर या कोई गलती करने के बाद अगर आपका पार्टनर बिना रिएक्ट किए आपको इग्नोर करना शुरू कर देता है या बिल्कुल ही चुप हो जाता है. तो इसे साइलेंट ट्रीटमेंट कहा जाता है. ऐसे हालत में आप अंदर ही अंदर खुद को गलत महसूस करते रहते हैं और कुछ कह भी नहीं पाते.
आपकी फीलिंग्स को ना समझना
अगर आपका पार्टनर आपकी फीलिंग्स को समझना नहीं चाहता और आपको यह यकीन दिलाता है कि आपकी फीलिंग्स बड़ी नहीं है. ऐसे में वे आपको साइलेंटली मैनिपुलेट कर रहा है. ऐसे स्थिति में जब भी आप अपने पार्टनर से अपनी दिल की बात बताएंगे, तो वे कहने लगेंगे कि "इतनी छोटी सी बात पर इतना क्यों सोचना?" या फिर "ये कोई बात नहीं है." ऐसे में धीरे-धीरे आपको अपनी बात सच में छोटी लगने लगेगी.