Live-in Relationship Mistakes: आजकल के बदलते दौर में लोग अपने रिश्ते को लेकर कुछ ज्यादा ही खुले विचार रखते हैं. अपने रिश्ते को तरह-तरह के नाम देते हैं, जैसे- रिलेशनशिप, सिचुएशनशिप, कॉम्प्लिकेटेड रिलेशनशिप आदि. साथ ही शादी से पहले एक-दूसरे के साथ Live-in में भी रहना चाहते हैं. यह चलन तेजी से युवाओं में बढ़ता नजर आ रहा है. लेकिन ये लिव-इन रिलेशनशिप इतना आसान नहीं होता, जितना लोग समझते हैं. फीलिंग्स में बहकर बिना कुछ सोचे-समझे एक साथ रहना शुरू कर देना कोई समझदारी की बात नहीं. वहीं यह आपको जिंदगी भर प्रभावित कर सकता है. इसलिए किसी के साथ रहने का फैसला लेने से पहले इन 4 बातों को समझना बेहद जरूरी है.
साथ रहने के लिए केवल प्यार काफी नहीं
साथ रहने के लिए केवल प्यार काफी नहीं होता है. साथ रहना एक पार्टनरशिप है, जहां दोनों को एक-दूसरे की आदतों, जिम्मेदारियों और जरूरतों को समझना पड़ता है. हालांकि शुरुआत में प्यार-प्यार के जोश में सब अच्छा लगता है. लेकिन जब कुछ समय बीतता है, तो परेशानियां बढ़ने लगती है- जैसे खर्चे, घर के काम, पर्सनल स्पेस. अब इस वक्त रिश्ते को चलाने के लिए प्यार से ज्यादा चीजों की जरूरत होती है. इसलिए रिलेशनशिप में आने से पहले इन बातों पर ध्यान जरूर देना चाहिए.
स्पेस और सीमाओं की जरूरत
हर रिश्ते में व्यक्ति की पर्सनल स्पेस की जरूरत होती है. अगर आपको ऐसा लगता है कि Live-in में 24x7 साथ रहना ही प्यार है, तो यह बिल्कुल गलत है. रिश्ते में स्पेस और सीमाएं जरूरी है. इससे व्यक्ति कि मानसिक हालात बेहतर होती है, करियर और सोशल लाइफ भी बना रहता है. लिव-इन में आने से पहले इन बातों को भी समझना जरूरी है, वरना रिश्ते में घुटन बन बढ़ जाती है.
लीगल और सोशल
Live-in रिलेशनशिप की लीगल और सोशल पहुओं को समझना भी जरूरी है. हालांकि भारत में लिव-इन रिलेशनशिप लीगल तो है, लेकिन समाज इसे अब तक स्वीकार नहीं पाया है. खासकर छोटे शहरों में लोगों की नजरों में लिव-इन रिलेशनशिप को बिल्कुल गलत माना जाता है. इसके साथ-साथ अगर लंबे समय तक साथ रहने के बाद ब्रेकअप हो जाए, जो मानसिक हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है.
फ्यूचर के बारे में सोचें
लिव-इन रिलेशनशिप में जाने से पहले फ्यूचर प्लानिंग करना बेहद जरूरी है. अगर आप सामने वाले के साथ फ्यूचर देख रहे हैं, तो ही उसके साथ लिव-इन रिलेशनशिप में आए, वरना यह फैसला आपके लिए सही साबित नहीं होगा.