प्यार में कपल्स के लिए उम्र मायने नहीं रखती है. लेकिन शादी के मामले में लड़का और लड़की के बीच उम्र का एक गैप जरूरी होना चाहिए. अरेंज मैरिज में सबसे पहले लड़के और लड़की की उम्र के बारे में पूछा जाता है. शादी के लिए लड़के से छोटी लड़की का चयन किया जाता है. आइए जानते हैं आखिर लड़का और लड़की के बीच उम्र का फासला क्यों होा चाहिए. शादी के लिए लड़का और लड़की के बीच कितना एज गैप होना चाहिए.
उम्र का अंतर
भारतीय समाज में शादी के लिए लड़का बड़ी उम्र का और लड़की छोटी उम्र की होनी चाहिए. 3 से 5 साल का उम्र का अंतर बहुत अच्छा माना जाता है. अरेंज मैरिज में उम्र के अंतर पर काफी जोर दिया जाता है.
क्यों होना चाहिए अंतर
साइंस के अनुसार लड़कों की तुलना लड़कियां जल्दी मैच्योर हो जाती है. लड़कियों में हार्मोनल बदलाव बदलाव 7 से 13 साल की उम्र में शुरू हो जाते हैं वहीं लड़कों में ये बदलाव 9 साल से 15 साल की उम्र के बीच में होता है. मेडिकल साइंस के अनुसार महिलाओं की बॉडी में मानसिक और शारीरिक बदलाव जल्दी देखने को मिलता है जबकि पुरुषों में यह बदलाव बाद में आते हैं. इसलिए वजह से शादी के लिए दोनों की उम्र में अंतर होना चाहिए.
शादी की सही क्या है
भारत में शादी के लिए लड़कियों की उम्र 18 साल और लड़कों की 21 साल है. शादी के लिए लड़का-लड़की के बीच 3 साल का उम्र सही माना गया है. विवाह केवल शारीरिक विकास नहीं बल्कि भावनात्मक और बौद्धिक मैच्योरिटी पर भी मायने रखती है.
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