Saas Bahu Relation: घर में सुख-शांति बनाए रखने के लिए सास-बहू का रिश्ता सबसे अहम होता है. जब कोई नई बहू घर में आती है, तो उसके लिए माहौल नया होता है, रीति-रिवाज, परंपराएं और बर्ताव सब कुछ अलग होते हैं. ऐसे में सास का रोल बहुत अहम हो जाता है. अगर सास समझदारी और प्यार से बिहेव करें, तो घर में एक पॉजिटिव माहौल बना रहता है.
नई बहू के साथ कैसा बर्ताव करे सास?
1. खुले दिल से करें स्वागत
नई बहू को अपनाने का पहला कदम है, उसका खुले दिल से स्वागत करना. उसे ये महसूस होना चाहिए कि वो इस घर की सदस्य है, कोई बाहरी नहीं. सास को चाहिए कि वो बहू से दोस्ताना बर्ताव रखें, जिससे उसका कॉन्फिडेंस बढ़े और वो खुलकर घर के कामों में जुड़ सके.
2. उसे दें और अपनी एक्सपेक्टेशंस न थोपें
नई बहू को समय दें घर को समझने और अपनाने के लिए. उस पर तुरंत सभी परंपराएं और जिम्मेदारियां न डालें. हर शख्स की परवरिश और सोच अलग होती है, इसलिए सास को धैर्य रखना चाहिए और धीरे-धीरे उसे सिखाना चाहिए.
3. संवाद बनाए रखें
सास और बहू के बीच खुला संवाद बहुत जरूरी है. अगर कोई गलतफहमी हो, तो तुरंत बात करके उसे सुलझा लें. चुप रहकर मन में बातें रखना या दूसरों से कहना रिश्तों में दूरी ला सकता है.
4. तारीफ और हौसला अफजाई करें
अगर बहू कुछ अच्छा करे, तो उसकी सराहना जरूर करें. इससे उसे और अच्छा करने की प्रेरणा मिलेगी. सिर्फ गलतियों पर ध्यान देना रिश्तों में कड़वाहट ला सकता है.
5. तुलना से बचें
बहू की तुलना किसी और से, जैसे अपनी बेटी या किसी और की बहू से करना गलत है. हर इंसान की अपनी खूबियां होती हैं, उन्हें समझना और स्वीकारना जरूरी है.
6. उसकी प्राइवेसी का सम्मान करें
बहू की कुछ निजी ख्वाहिशें और फैसले हो सकते हैं, जिन्हें सास को सम्मान देना चाहिए. उसकी पसंद, कपड़े, या समय की योजना में दखल देने से बचें.