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सजने-संवरने की ये चाह कहीं ले न डूबे! टैटू से भी बढ़ रहा है हेपेटाइटिस B और C का खतरा, जानें कैसे

आजकल टैटू बनवाना सिर्फ स्टाइल नहीं, एक ट्रेंड बन गया है. खासकर Gen Z शरीर पर टैटू बनवाना कुछ ज्यादा ही पसंद करती है. लेकिन कहीं ये फैशन परेशानी की वजह न बन जाए. क्योंकि सजने-संवरने की ये चाह आपके शरीर में खतरनाक वायरस को भी जगह दे सकती है. आइए जानते हैं कि कैसे एक छोटा सा टैटू बड़ी बीमारी की वजह बन सकता है.

सजने-संवरने की ये चाह कहीं ले न डूबे! टैटू से भी बढ़ रहा है हेपेटाइटिस B और C का खतरा, जानें कैसे
Udbhav Tripathi|Updated: Aug 08, 2025, 02:18 PM IST
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Tattoo Hepatitis Risk: आज के समय में युवाओं के बीच टैटू का अलग ही क्रेज है. बहुत से लोग फैशन और स्टाइल के लिए टैटू बनवा रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि फैशन और स्टाइल के चक्कर में किया गया यह काम आपके लिए आफत बन सकता है. अगर आप भी टैटू बनवाने का सोच रहे हैं तो जरा सावधान हो जाइए. एक्सपर्ट्स की राय है कि टैटू बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली स्याही और इन्जेक्शन से हेपेटाइटिस बी और सी साथ ही एचआईवी और लीवर के अलावा ब्लड कैंसर का काफी खतरा रहता है.
 
हाल ही में स्वीडन में एक रिसर्च हुआ, जिसमें 11,905 व्यक्तियों को शामिल किया. इस रिसर्च में सामने आया कि टैटू बनवाने वाले व्यक्तियों में लिम्फोमा (एक प्रकार का ब्लड कैंसर) का खतरा कई गुना तक बढ़ गया है. लिम्फोमा का खतरा  उन व्यक्तियों में सबसे ज्यादा मिला, जो बीते दो साल के अन्दर टैटू बनवाए थे.  

महंगा न पड़ जाए सस्ते का चक्कर
अगर आप भी टैटू बनवाने जा रहे हैं या सोच रहे हैं तो भूलकर भी सस्ते के चक्कर में न पड़ें. कम पैसों में सड़क किनारे फुटपाथ पर खुली दुकानों पर अनट्रेंड लोगों से टैटू बनवाना खतरनाक हो सकता है. ऐसी दुकानों में चीनी सुई इस्तेमाल होती है. जो सेहत के लिए खतरनाक हो सकती हैं. ये एक से ज्यादा लोगों को टैटू बनाने के लिए बहुत बार इस्तेमाल की जाती हैं. इसलिए इससे हेपेटाइटिस बी और सी जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.

इसके साथ ही टैटू में प्रयोग किए जाने वाले रंगों की भी क्वालिटी भी अच्छी नहीं होती है.उपकरण भी दोयम दर्जे का होता है, जिससे त्वचा के क्षतिग्रस्त होने और एलर्जी का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. 

क्या टैटू बनवाना खतरनाक?
टैटू बनवाना खतरनाक नहीं है लेकिन अच्छे सेंटर पर प्रोफेशनल टैटू आर्टिस्ट से ही टैटू बनवाना चाहिए. जहां सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान दिया जाता हो. टैटू बनाने के बाद उपकरणों को स्ट्रेलाइज किया जाता है. कलर, उपकरण और इन्जेक्शन भी उच्च गुणवत्ता के होने चाहिए.

इन बातों का रखें ध्यान

टैटू बनाने के लिए हमेशा इस्तेमाल होने वाली सुई को नई लेने को बोलें.
सुई की पैकिंग खुलवाने के बाद सुई को अच्छी तरह से स्ट्रेलाइज भी जरूर कराएं.
टैटू बनाने में प्रयोग होने वाले कलर अच्छे होने चाहिए जो हेल्थ के लिए खतरनाक न हों.
टैटू बनाते समय आर्टिस्ट को हाथ में ग्लब्स पहने होना चाहिए.
इन बीमारियों का खतरा : एचआइवी संक्रमण, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी, त्वचा में एलर्जी, त्वचा क्षतिग्रस्त होने का खतरा.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी इसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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