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Summer Tips: लू के थपेड़े पहुंचा देंगे अस्पताल, चूस लेंगे आपकी सारी गाढ़ी कमाई; बचना है तो अपना लें ये खास 'समर टिप्स'

How to Avoid Heat Wave: गर्मी अपने पीक पर पहुंच रही है. लू के थपेड़े हर किसी का पसीना छुड़ा रह हैं. अगर आपने गर्मियों से जुड़े समर टिप्स का पालन नहीं किया तो यही लू आपको अस्पताल भी पहुंचा सकती है, जो आपकी सारी गाढ़ी कमाई चूस डालेंगे.   

Summer Tips: लू के थपेड़े पहुंचा देंगे अस्पताल, चूस लेंगे आपकी सारी गाढ़ी कमाई; बचना है तो अपना लें ये खास 'समर टिप्स'
Devinder Kumar|Updated: May 19, 2024, 09:00 PM IST
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What to Do in Heat Wave: गर्मियों में बच्चे ख़ास कर नवजात शिशु काफ़ी जल्दी dehydrate हो जाते हैं. यानी गर्मी की वजह से उनके शरीर में पानी की कमी हो जाती है. ये गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है और जानलेवा भी हो सकती है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि बच्चों को थोड़ी- थोड़ी देर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाते रहें. ये टिप्स झारखंड के सरकारी रिम्स हॉस्पिटल में तैनात डॉक्टर अनुज कुमार ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर शेयर किए हैं. वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अक्सर इस तरह के पोस्ट डालकर लोगों को सेहत के प्रति जागरूक करते रहते हैं. अब उन्होंने गर्मी में बच्चों को डिहाइड्रेशन से बचाने और लू के दौरान बचाव के तरीकों पर पोस्ट शेयर की है. आइए जानते हैं उनकी समर टिप्स के बारे में है. 

उल्टी लगने के बाद 1 घंटे तक कुछ न खिलाएं

डॉक्टर अनुज कुमार ने कहा कि अगर बच्चा दस्त या उल्टी से पीड़ित हो तो अपने बच्चे को उल्टी करने के बाद एक घंटे तक प्रतीक्षा करें. इसके बाद एक घंटे तक हर 10 मिनट में एक चम्मच तरल पदार्थ दें. इस दौरान उसे कुछ भी ठोस खिलाने से परहेज करें. जो लिक्विड डाइट दें, वह बच्चे की उम्र के अनुसार होनी चाहिए. वे कहते हैं कि अगर नवजात शिशु है तो नियमित स्तनपान करायें. अगर बच्चे को उल्टी आ रही है तो उल्टी करने के बाद कुछ देर तक प्रतीक्षा करें और फिर सही तरीक़े से स्तनपान करायें.

शिशुओं में ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सतर्क  

- सूखे, फटे हुए होंठ या जीभ

 - गहरे रंग का मूत्र

- आठ घंटे तक बहुत कम या बिल्कुल पेशाब न आना

- ठंडी या सूखी त्वचा

- धंसी हुई आँखें या सिर पर धँसा हुआ मुलायम स्थान (शिशुओं के लिए)

- अत्यधिक तंद्रा

- निम्न ऊर्जा स्तर

- रोते समय आँसू नहीं

- अत्यधिक उतावलापन

- तेज़ गति से साँस लेना 

डॉक्टर अनुज कुमार कहते हैं कि अगर बच्चे में ये लक्षण दिखाई दें तो अपने डॉक्टर से सलाह लेने में देर न करें. वे कहते हैं कि अगर कभी भी लगे कि बच्चा थोड़ा भी सुस्त हो रहा है तो इसे काफ़ी गंभीरता से लें और तुरंत डॉ से संपर्क करें.

लू से बचने के लिए क्या करें?

नियमित अंतराल पर पिएं पानी

डॉक्टर अनुज कुमार कहते हैं कि लू से बचने के लिए नियमित अंतराल पर पानी, छांछ, ओ.आर.एस. का घोल या घर में बने पेय जैसे लस्सी, नीबू पानी, आम का पन्ना इत्यादि का सेवन करें. बाज़ार में बिकने वाले कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन ना करें.

वे कहते हैं कि हीट वेव के दौरान चेहरे और शरीर पर सनस्क्रीम लगा कर बाहर निकलें. कई सनस्क्रीम उपलब्ध हैं. किसी भी अच्छी कंपनी का जिसका SPF 30 से अधिक है वो प्रभावशाली होता है. इसके साथ ही दोपहर 12 से दोपहर 3 बजे के बीच धूप में बाहर निकलने से बचें.

सीधे धूप की तपिश में आने से बचें 

अगर धूप में निकलना बेहद जरूरी भी हुआ तो अपना सिर ढक कर रखें. इस दौरान कपड़े, टोपी अथवा छतरी का उपयोग करें. धूप में निकलने के पहले तरल पदार्थ का सेवन करें. पानी हमेशा साथ रखें. शरीर में पानी की कमी न होने दें.

तेज गर्मी से बचने के लिए सूती, ढीले एवं आरामदायक कपड़े पहनें. सिंथेटिक एवं गहरे रंग के वस्त्र पहनने से बचें. अत्यधिक गर्मी होने की स्थिति में ठंडे पानी से शरीर को पोछे या कई बार स्नान करें. धूप तथा गर्म हवाओं के संपर्क के तुरंत बाद स्नान न करें.

हल्का और पचने योग्य भोजन करें

सुपाच्य भोजन करें. वसायुक्त, ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन तथा अल्कोहल, चाय, काफी जैसे पेय पदार्थ का उपयोग कम से कम करें. जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी दें.

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