Premature White Hair: बच्चों के सिर के बालों का वक्त से पहले सफेद होना आजकल एक चिंता का विषय बनता जा रहा है. आमतौर पर सफेद बालों को उम्र बढ़ने का संकेत माना जाता है, लेकिन जब ये परेशानी कम उम्र में दिखाई देती है, तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. आइए इसके 5 मेन फैक्टर्स को समझते हैं.
1. जेनेटिक कारण
बच्चों के बालों के सफेद होने का सबसे बड़ा कारण जेनेटिक्स हो सकता है. अगर माता-पिता या परिवार में किसी को कम उम्र में सफेद बाल हुए हों, तो बच्चों में भी ये परेशानी नजर आ सकती है. ये मेलेनिन प्रोडक्शन की नेचुरल डेफिशिएंसी से जुड़ा होता है, जो बालों को रंग देता है.
2. न्यूट्रिशन की कमी
आजकल बच्चों का खाना पीना जंक फूड और प्रोसेस्ड खाने तक सीमित हो गया है. विटामिन बी12, आयरन, कॉपर और जिंक जैसे पोषक तत्वों की कमी से मेलेनिन का प्रोडक्शन अफेक्ट होता है, जिसके चलते बाल सफेद होने लगते हैं. हरी सब्जियां और फल कम खाना इसका एक बड़ा कारण है.
3. टेंशन और मेंटल प्रेशर
पढ़ाई, कॉम्पिटिशन और सोशल मीडिया का बढ़ता प्रेशर बच्चों में स्ट्रेस पैदा कर रहा है. लंबे समय तक टेंशन रहने से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जो बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है और सफेदी का कारण बन सकता है.
4. केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल
मार्केट में मिलने वाले हेयर प्रोडक्ट्स, जैसे शैंपू, कंडीशनर या डाई, में सल्फेट और पैराबेन जैसे नुकसानदेह केमिकल्स होते हैं. बच्चों के नाजुक बालों पर इनका नियमित इस्तेमाल बालों की कुदरती रंगत को कम कर सकता है और सफेदी को बढ़ावा दे सकता है.
5. सेहत से जुड़ी परेशानियां
कुछ मेडिकल कंडीशंस जैसे थायराइड की गड़बड़ी, विटिलिगो (सफेद दाग), या ऑटोइम्यून डिसऑर्डर भी बच्चों में बालों के सफेद होने का कारण बन सकते हैं. ये मेडिकल कंडीशन मेलेनिन बनाने वाले सेल्स को प्रभावित करती हैं, जिससे बाल बेरंग हो जाते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.