Home-made birthday cake: बर्थडे का सेलिब्रेशन बिना केक के अधूरा लगता है, और ज्यादातर लोग बेकरी से पेस्ट्री या केक लाना पसंद करते हैं. लेकिन सेहत के नजरिए से देखें, तो घर पर केक बनाना कहीं बेहतर ऑप्शन है. इसके पीछे कई ठोस कारण हैं जो न सिर्फ सेहत के लिहाज से जरूरी हैं, बल्कि टेस्ट और खुशियों में भी इजाफा करते हैं. आइए इसे डिटेल से समझने की कोशिश करते हैं.
1. इंग्रेडिएंट्स पर कंट्रोल
सबसे पहली वजह है इंग्रेडिएंट्स पर खुद का कंट्रोल. बेकरी के केक में अक्सर मैदा, ज्यादा चीनी, आर्टिफिशियल कलर्स, प्रिजर्वेटिव्स और ट्रांस फैट जैसे हाइड्रोजेनेटेड ऑयल का इस्तेमाल होता है, जो सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकते हैं. घर पर आप आटा, जई या बादाम का आटा, गुड़ या शहद जैसी हेल्दी इंग्रेडिएंट्स चुन सकते हैं और अपनी जरूरत के हिसाब से चीनी कम कर सकते हैं.
2. हाइजीन का भरोसा
बेकरी में केक बनाते समय साफ-सफाई पर कितना ध्यान दिया जाता है, ये हमेशा क्लियर नहीं होता. घर पर आप हर कदम पर हाइजीन का ख्याल रख सकते हैं, जिससे फूड बॉर्न डिजीज का खतरा कम होता है.
3. एलर्जी और फूड प्रेफरेंसेज
बेकरी के केक में अक्सर डेयरी, ग्लूटेन या नट्स होते हैं, जो कुछ लोगों के लिए एलर्जी का कारण बन सकते हैं. घर पर आप डेयरी-फ्री, ग्लूटेन-फ्री या वीगन ऑप्शंस के साथ केक बना सकते हैं, जो सबके लिए सेफ हो.
4. कैलोरी और न्यूट्रिशन का बैलेंस
बेकरी के केक आमतौर पर हाई-कैलोरी और कम पोषक वाले होते हैं. घर पर आप फल, बीज, या ड्राई फ्रूट्स डालकर इसे न्यूट्रिशियस बना सकते हैं. मसलन, गाजर का केक या ओट्स-बेस्ड केक बनाकर आप फाइबर और विटामिंस एड कर सकते हैं.
5. अपनेपन का एहसास
घर का बना केक न सिर्फ फ्रेश होता है, बल्कि उसमें अपनों के लिए बनाए गए प्यार का स्वाद भी शामिल होता है. बेकरी का केक कई बार पहले से बना हुआ या फ्रोजन हो सकता है, जिससे उसकी क्वालिटी पर असर पड़ता है. आप जब अपनों के लिए केक बनाएंगी तो सभी की सेहत का ख्याल रख सकेंगे, ऐसे में अपनेपन का एहसास होना लाजमी है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.