Don't Bring Shoes Inside The House: जूते और चप्पल हमारी डेली लाइफ का अहम हिस्सा है, ये सिर्फ हमारे पैरों की हिफाजत करते हैं, बल्कि हमारी पर्सनालिटी को भी डिफाइन कर सकते हैं. लेकिन दिनभर बाहर घूमने की वजह से फुटवियर के सोल काफी गंदे हो जाते है. कई घरों में मेन डोर के बार जूते-चप्पल रखने का इंतेजाम होता है, लेकिन कई लोग लापरवाही में गंदे जूते घर के अंदर लेकर आ जाते हैं, जो सेहत के लिहाज से बिलकुल भी सही नहीं माना जा सकता है. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि इससे सेहत को क्या-क्या नुकसान उठाने पड़ सकते हैं.
"घर में जूते लाकर बड़ी गलती कर रहे हैं आप"
मशहूर हेमेटोलॉजिस्ट और ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रवि के गुप्ता (Dr. Ravi K Gupta) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, "अगर बाहर के जूते घर के अंदर पहनकर आते हैं, तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हो, मैंने इसको टेस्ट भी किया है, रिजल्ट मैं आखिर में बताउंगा, लेकिन पहले सुनिये साइंस क्या कहता है. एक स्टडी में पता चला है कि जूतों के नीचे वाले हिस्से पर 4 लाख से ज्यादा बैक्टीरिया होते हैं, जिसमें ई-कोलाई और फीकल मैटर भी आते हैं."
बच्चों को खतरा
डॉ. गुप्ता ने आगे कहा, "ये बैक्टीरिया 90 फीसदी तक आपके घर में फ्लोर पर ट्रांसफर हो जाते हैं, जहां पर आपके बच्चे खेलेंगे, और आप वहां नंगे पैर चलेंगे, और आप जूतों से घर में धूल, एलर्जी और पॉलेंस भी आते हैं, जिससे अस्थमा, एलर्जी और रिस्पिरेटरी डिजीज भी हो सकते हैं. अगर इस एक्सपेरिमेंट के रिजल्ट्स की बात करें तो फर्क तो काफी ज्यादा आया."
रिजल्ट में चौकाने वाले नतीजे
डॉक्टर ने आखिर में जूते साफ करने से पहले और साफ करने के बाद के रिजल्ट दिखाए, जिसमें फर्क साफ नजर आ रहा है. इसमें तो दिन और रात का अंतर दिख रहा है. तो ऐसे में आपको सोचना है कि आप जूते घर में लेकर जाते हैं, या बाहर ही रखते हैं.