Walking Barefoot: पैदल चलना एक असरदार एक्सरसाइज है जो सेहत को कई तरह से फायदे पहुंचाता है. ये वजन घटाने, मसल्स को मजबूत करने, बैलेंस और पोश्चर में सुधार करने, दिल की सेहत को बढ़ावा देने और जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. नंगे पैर चलना, जिसे अर्थिंग (Earthing) या ग्राउंडिंग (Grounding) के तौर पर भी जाना जाता है. आइए जानते हैं कि बिना जूते-चप्पल पहले अगर वॉक करेंगे तो सेहत पर इसका कैसा असर पड़ेगा.
नंगे पैर चलने के फायदे
1. पोश्चर में सुधार
उम्र बढ़ने के साथ गिरने से बचाने के लिए बैलेंस में सुधार करना बेहद जरूरी है. नंगे पैर चलना संतुलन औ पोश्चर दोनों में मदद करता है, क्योंकि ये आपको महसूस करने की इजाजत देता है कि आपका शरीर कितना बेहतर रिस्पॉन्ड करता है.
2. बेहतर कोऑर्डिनेशन
नंगे पैर चलने से बॉडी पोजीशन और गति के बारे में अवेयरनेस में सुधार होता है. ये बेहतर नॉलेज बेहतर कोऑर्डिनेशन की तरफ ले जा सकती है, खासकर बुजुर्गों में गिरने और चोटों के रिस्क को कम करती है.
3. पैरों की ताकत और स्टेबिलिटी में सुधार
नंगे पैर चलने के सबसे बड़े फायदों में से एक ये है कि यह पैरों और टांगों की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है. बिना जूतों के चलने से पैर मुड़ने, खिंचने और मजबूत होने के लिए एनकरेज होते हैं. ये खास तौर से उन बच्चों के लिए फायदेमंद है जिनके पैर अभी भी डेवलप हो रहे हैं.
4. सेंसरी एक्सपीरिएंस बेहतर होता है
बिना जूतों के चलने से सेंसरी एक्सपीरिएंस बढ़ते हैं. ये सेंसरी इनपुट में और बेहतर सोच को बढ़ाता है. साथ ही इससे ब्रेन को सही वक्त पर सिग्नल मिलता है.
5. स्ट्रेस कम करता है
नंगे पैर चलने से तनाव कम करने में भी मदद मिल सकती है. जब आपका शरीर धरती की सतह के सीधे संपर्क में आता है, तो इसका बॉडी और उसके स्ट्रेस रिस्पॉन्स पर पॉजिटिव इफेक्ट पड़ता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.