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पैरेंट्स ने 3 बच्चों को घर में कर दिया था लॉक, 4 साल बाद निकाले गए बाहर; वजह है खौफनाक

3 Children Locked In House: स्पेन के ओविएदो शहर में तीन बच्चों को उनके माता-पिता ने कोविड-19 महामारी के बाद से घर में बंद कर दिया था. बच्चे 4 साल तक घर से बाहर नहीं निकले थे. माता-पिता ने उन्हें "कोविड सिंड्रोम" के डर से कैद किया था. अब बच्चों को रेस्क्यू किया गया है.  

पैरेंट्स ने 3 बच्चों को घर में कर दिया था लॉक, 4 साल बाद निकाले गए बाहर; वजह है खौफनाक
Shivam Tiwari|Updated: May 03, 2025, 02:34 PM IST
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Viral News: स्पेन के उत्तर-पश्चिमी शहर ओविएदो से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. जहां एक घर से तीन बच्चों को रेस्क्यू किया गया है, जिन्हें उनके माता-पिता ने कोरोना महामारी के समय से घर में बंद कर रखा था. ये बच्चे 2021 से लेकर अब तक लगभग 3 साल तक घर से बाहर नहीं निकले थे, उनकी उम्र 8 और 10 साल के बीच है, जिनमें दो जुड़वां भाई-बहन और एक बड़ा भाई शामिल है.

'कैद की दुनिया' में जी रहे थे बच्चे

 रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्चों के माता-पिता ने कोविड के डर से बेहद सख्त नियम बना दिए थे. उन्होंने अपने बच्चों को पूरी तरह से समाज से अलग कर दिया था। घर से बाहर जाना, स्कूल जाना, किसी से मिलना-जुलना सब कुछ बंद कर दिया गया था. यहां तक कि बच्चों को खिड़की से बाहर देखने की इजाजत भी नहीं थी.

पड़ोसियों ने दी सूचना
  
इस घटना का खुलासा तब हुआ जब पड़ोसियों ने अधिकारियों को बताया कि उन्होंने लंबे समय से इन बच्चों को बाहर खेलते या स्कूल जाते नहीं देखा. जब अधिकारी घर पहुंचे फिर जांच किए तो सच सामने आया, बच्चों की हालत देख कर सभी हैरान रह गए.

बच्चों की हालत देख रो पड़े अधिकारी

जैसे ही बच्चों को घर से बाहर निकाला गया, वे घास को छूने लगे और गहरी सांसें लेने लगे, मानो उन्होंने कभी ताजी हवा नहीं महसूस की हो. एक अधिकारी ने बताया, “ऐसा लग रहा था जैसे वे पहली बार बाहर की दुनिया देख रहे हों.”

माता-पिता गिरफ्तार

बच्चों के माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबिक, माता की उम्र 48 साल थी वहीं, पिता की उम्र 53 वर्षीय है. उन पर घरेलू हिंसा और बच्चों की उपेक्षा (child abandonment) के गंभीर आरोप लगाए गए हैं. जांचकर्ताओं का मानना है कि दोनों 'कोविड सिंड्रोम' नाम की मानसिक स्थिति से पीड़ित थे, जिसके कारण वे महामारी खत्म होने के बाद भी चरम सतर्कता बरतते रहे. बच्चे जर्मन नागरिक हैं और उन्होंने जीवन के 3 साल केवल चार दीवारों के बीच बिताए. अब प्रशासन उनकी देखभाल में लगी हुई 

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