Viral News: आजकल टैटू बनवाना एक फैशन बन चुका है, लेकिन अमेरिका की 65 साल की महिला एलिजाबेथ ब्यूवाइस के लिए यह सिर्फ शौक नहीं, बल्कि उनकी जिंदगी की कहानी है. उन्होंने अपने शरीर का लगभग 85% हिस्सा टैटू से ढंक रखा है. हर टैटू उनके जीवन का एक किस्सा, एक याद और एक संदेश है. अब तक उन्होंने टैटू पर करीब 1 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. लोग भले ही उन्हें अजीब कहें, लेकिन एलिजाबेथ को अपने टैटू पर गर्व है. उन्होंने बाताया कि ये टैटू उनके दर्द, संघर्ष और उपलब्धियों को बिन बोले बयां करते हैं.
एलिजाबेथ बताती हैं कि कि ये टैटू उनके दर्द, संघर्ष और उपलब्धियों को बिन बोले बयां करते हैं. उन्होंने 31 साल की उम्र में एक छोटा सा फूल टैटू बनवाकर इसकी शुरुआत की थी. लेकिन समय के साथ उनके शरीर पर दर्जनों टैटू बनते गए और अब उनका शरीर, चेहरा और पीठ छोड़कर लगभग पूरा टैटू से भरा हुआ है.
25 साल तक टीचर थी
एलिज़ाबेथ ने 25 साल तक अमेरिका के Head Start नामक एक शैक्षणिक कार्यक्रम में बच्चों को पढ़ाया. इसके बाद उन्होंने शिक्षक की नौकरी छोड़ी और एक केयरटेकर बन गईं. इसके बाद वो खुद को हमेशा से “बोहेमियन हिप्पी” मानती हैं और टैटू को वो दर्द और आत्म-अभिव्यक्ति का तरीका कहती हैं.
क्या सबसे नया टैटू
उनका सबसे नया टैटू एक गारिबाल्डी मछली है, जो उनकी दाहिनी जांघ पर बना है. एलिज़ाबेथ कहती हैं कि सबसे ज्यादा दर्द उन्हें घुटनों के पीछे बने गुलाब के टैटू के वक्त हुआ था, जबकि सबसे कम दर्द दाहिने हाथ की बांह और कमर पर फूलों के डिज़ाइनों को बनवाते समय महसूस हुआ. हालांकि, उनके टैटूज़ को लेकर कई बार उन्हें आलोचना भी झेलनी पड़ी. कुछ लोग उन्हें “भयावह” भी कहते हैं, लेकिन एलिज़ाबेथ को इससे फर्क नहीं पड़ता. उनके लिए ये टैटू खुद को पहचानने और अपनी कहानी सुनाने का जरिया हैं. उनका मानना है कि हर टैटू उनके जीवन का पन्ना है, जिसे वो गर्व से दुनिया को दिखाना चाहती हैं.