Ahmedabad Plane Crash: पिछले हफ्ते हुए भीषण एयर इंडिया AI-171 विमान हादसे में जहां 241 लोगों की मौत हो गई, वहीं एक व्यक्ति चमत्कारिक रूप से बच गया. यह शख्स है – विश्वास कुमार रमेश, जो भारतीय मूल का एक ब्रिटिश नागरिक है. हादसे के छह दिन बाद बुधवार सुबह उसे अहमदाबाद सिविल अस्पताल से छुट्टी दी गई. AI-171 फ्लाइट अहमदाबाद से लंदन जा रही थी. इसमें विश्वास कुमार अपने भाई अजय कुमार रमेश के साथ यात्रा कर रहे थे. लेकिन उड़ान भरने के महज 30 सेकंड बाद ही विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे में अजय कुमार की मौत हो गई, जबकि विश्वास कुमार घायल अवस्था में बच गए.
हादसे के वीडियो फुटेज में दिखा कि 38 वर्षीय विश्वास कुमार खून से लथपथ हालत में चिल्ला रहे थे – “प्लेन फाट्यो छे! प्लेन फाट्यो छे!” (गुजराती में – "प्लेन फट गया है!"). यह दृश्य लोगों की आंखें नम कर देने वाला था. अधिकारियों ने बताया कि अजय कुमार के शव को मंगलवार रात उनके परिवार को सौंप दिया गया. एएनआई का एक वीडियो आया है जिसमें वह अपने भाई के अर्थी को कंधा देते हुए नजर आएं. इस वीडियो को देखने के बाद आपका दिल भर आएगा. विश्वास कुमार खुद रोते हुए नजर आए. सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखने के बाद कई सारे लोगों की आंखें भर आई.
#WATCH | Diu | Lone survivor of AI-171 flight crash, Vishwas Ramesh Kumar, mourns the death of his brother Ajay Ramesh, who was travelling on the same flight
Vishwas Ramesh Kumar is a native of Diu and is settled in the UK. pic.twitter.com/fSAsCNwGz5
— ANI (@ANI) June 18, 2025
"मेरा भाई कहां है?"
विश्वास कुमार को सिर में गंभीर चोटें आई थीं और वह मानसिक रूप से गहरे सदमे में थे. अस्पताल के बेड पर उन्होंने सबसे पहले यही पूछा – “मेरा भाई कहां है? मुझे अकेला छोड़ दो. मैं किसी से बात नहीं करना चाहता.” उनके चचेरे भाई धीरेंद्र सोमा भाई के साथ एक छोटी बातचीत में उन्होंने बताया कि विमान उड़ान भरते समय अजीब आवाजें आ रही थीं और फिर पायलट की इमरजेंसी कॉल – “Mayday! Mayday! Mayday!” सुनाई दी. उन्हें बस इतना याद है कि वह किसी तरह दरवाजे से कूदे और उसके बाद सब कुछ अंधकारमय हो गया.
परिवार के करीबी अयूब मंसूरी ने बताया कि वह दोनों भाइयों को उस सुबह एयरपोर्ट छोड़ने गए थे. हादसे के बाद विश्वास कुमार ने उनसे तीन बार फोन पर बात की, लेकिन फिर उनका फोन बंद हो गया.
दीव से लंदन की उड़ान
रमेश बंधु मूल रूप से दीव के बुचरवाड़ा और वनकबारा गांव के निवासी थे और ऐसे 15 लोगों में शामिल थे जो AI-171 से यात्रा कर रहे थे. विश्वास कुमार पिछले 15 सालों से यूके में रह रहे थे और अपने भाई के साथ लंदन में कपड़ों का बिज़नेस करते थे. साथ ही भारत में मछलीपालन का व्यवसाय भी संभालते थे. अधिकारियों ने बताया कि हादसे के दिन दोपहर 2:30 बजे के करीब यह पुष्टि हुई कि विश्वास कुमार ही एकमात्र जीवित बचे यात्री हैं. इसके बाद अस्पताल का उनका वार्ड सील कर दिया गया था.