Delhi Viral News: दिल्ली के गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया, जब पुलिस एक 23 वर्षीय कैदी को इलाज के लिए अस्पताल लेकर आई. मरीज को पेट में भारीपन और हल्की परेशानी हो रही थी. डॉक्टरों ने जब एक्स-रे और सिटी स्कैन किया तो उन्हें पेट के अंदर कुछ ठोस वस्तु नजर आई. जब डॉक्टरों ने मरीज से इस बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसने एक साल पहले जानबूझकर एक मोबाइल फोन निगल लिया था.
कैसे पता चला पेट में मोबाइल फोन है?
शुरुआत में मरीज को ज्यादा तकलीफ नहीं थी, लेकिन धीरे-धीरे उसे पेट में भारीपन महसूस होने लगा. जब उसे अस्पताल लाया गया तो जनरल सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने पहले एक्स-रे किया. इसके बाद जब पूरी तरह पुष्टि करनी थी तो सिटी स्कैन किया गया. रिपोर्ट में यह साफ दिखा कि पेट में दो टुकड़ों में बंटी हुई कोई ठोस वस्तु है. जब डॉक्टरों ने मरीज से इस बारे में पूछा तो उसने खुलासा किया कि उसने एक छोटा मोबाइल फोन निगल लिया था.
कैसे रह गया पेट में बिना नुकसान के?
आमतौर पर इतनी बड़ी वस्तु पेट में रहने से गंभीर संक्रमण, गैस्ट्रिक अल्सर या आंत में छेद (पैफोरेशन) हो सकता था, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि मरीज को ऐसी कोई गंभीर परेशानी नहीं हुई. डॉक्टरों के मुताबिक, मोबाइल की बैटरी समेत अन्य हिस्सों से नुकसान होने की पूरी संभावना थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
डॉक्टरों ने कैसे निकाला मोबाइल?
मरीज के केस को समझने के बाद डॉक्टरों ने पहले एंडोस्कोपिक और अन्य विकल्पों पर विचार किया, ताकि बिना सर्जरी के मोबाइल निकाला जा सके, लेकिन मोबाइल का आकार 5.7 सेंटीमीटर लंबा और 2.5 सेंटीमीटर चौड़ा था, जिससे वह सामान्य तरीके से बाहर नहीं निकल सकता था. अंत में डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने का फैसला किया.
ऑपरेशन सफल रहा, मरीज अब ठीक
डॉ. हिमांशु अग्रवाल, डॉ. नीलांजना, डॉ. हिमांशु तंवर और डॉ. नीतू की टीम ने इस दुर्लभ सर्जरी को अंजाम दिया और उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सफल रहा और पेट से मोबाइल निकाल दिया गया. अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है.
इस केस को मेडिकल जर्नल में मिली जगह
यह मामला इतना दुर्लभ था कि इसे एशियन जर्नल ऑफ केस रिपोर्ट इन सर्जरी में 20 मार्च को प्रकाशित किया गया. डॉक्टरों के मुताबिक, यह केस मेडिकल साइंस के लिए अनोखा है क्योंकि आमतौर पर इतनी बड़ी वस्तु निगलने से गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं, लेकिन इस मरीज का शरीर इसे एक साल तक सहन करने में सक्षम रहा.
कैदी ने क्यों निगला मोबाइल?
जब डॉक्टरों और पुलिस ने मरीज से पूछा कि उसने मोबाइल क्यों निगला था तो उसने इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. हालांकि, अनुमान लगाया जा रहा है कि वह जेल में किसी से संपर्क बनाए रखने के लिए या किसी अन्य कारण से इसे अंदर ले जाना चाहता था.