Kasol Garbage Issue: कभी हिमाचल का गर्व कहलाने वाला कसोल अब एक गंभीर पर्यावरणीय संकट का सामना कर रहा है. हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत पार्वती घाटी में बसा यह शांत गांव पहले अपने प्राकृतिक सौंदर्य और विदेशी पर्यटकों के बीच लोकप्रियता के लिए जाना जाता था. लेकिन अब यह जगह चर्चा में है कचरे के ढेरों और प्रशासन की लापरवाही के कारण. हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कुछ चौंकाने वाले वीडियो सामने आए हैं. इन वीडियो में देखा जा सकता है कि कसोल के आसपास के जंगलों में बड़े-बड़े कचरे के ढेर, खासकर प्लास्टिक की बोतलें, बैग और अन्य नॉन-बायोडिग्रेडेबल सामान बेतरतीबी से फेंके गए हैं.
भारत के इन पहाड़ों पर कूड़े का ढेर
एक समय हरे-भरे रहे ये क्षेत्र अब प्लास्टिक कचरे से भरे नजर आ रहे हैं. यह नज़ारा न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि पर्यावरणविदों को भी चिंतित कर रहा है. एक भावुक वीडियो में एक स्थानीय निवासी ने कसोल की खराब होती हालत पर दुख जताया. वीडियो बनाने वाले निखिल सैनी ने लिखा, "जब आप हिमाचल में घुसते हैं, तो ग्रीन टैक्स के नाम पर पैसे लिए जाते हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन उन पैसों का उपयोग जंगलों और नदियों के पास खुले में कचरा फेंकने के लिए कर रहे हैं. स्वागत है कसोल में, जो एक अंतरराष्ट्रीय टूरिस्ट हब से कचरा घर बनता जा रहा है."
यह वीडियो वायरल हो गया और लोगों ने बड़े पैमाने पर अपनी नाराजगी जताई. निखिल ने आगे चेतावनी दी कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो मानसून आने पर यही कचरा नदियों में बह जाएगा और और भी बड़ी समस्या पैदा हो जाएगी. उन्होंने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को भी टैग कर मदद की गुहार लगाई.
देखें वीडियो-
When you enter Himachal, you pay a green tax in the name of nature conservation — and this is what the government and administration do with those crores: openly dumping garbage in forests and near rivers. Welcome to Kasol, an international tourist hub turning into a dump! pic.twitter.com/DUoOIKthBP
— Nikhil saini (@iNikhilsaini) May 27, 2025
पोस्ट पर लोगों ने दी कुछ ऐसी प्रतिक्रिया
एक यूजर ने लिखा, "अच्छा है कि लोग अब टूरिस्ट को नहीं, बल्कि प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. ये सब गंदगी और कचरा भ्रष्ट और अयोग्य प्रशासन का नतीजा है." एक और ने कहा, "फिर हम शिकायत करते हैं कि लोग बाली या बैंकॉक क्यों जाते हैं. हमें खुद भी जागरूक होना होगा और हर जगह कचरा नहीं फैलाना चाहिए." तीसरे ने सुझाव दिया, "हिमाचल को सिक्किम से बहुत कुछ सीखना चाहिए."
यह समस्या सिर्फ कसोल की नहीं है. देश के अन्य शहरों में भी ऐसी स्थिति देखी जा रही है. हाल ही में मुंबई से भी ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जहां जलभराव के कारण सड़कों पर कचरा बहता हुआ देखा गया. एक वीडियो में दिखा कि कैसे यह कचरा ट्रैफिक को रोक रहा है और आम लोगों की जिंदगी को मुश्किल बना रहा है.