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क्या आपने पहाड़ों पर लटके लोहे के जाल देखे हैं? जानिए ये असल में क्या करते हैं और कैसे बचाते हैं जान

Landslide Video: अगर आप कभी मनाली, शिमला या किसी भी पहाड़ी इलाके जैसे चंडीगढ़-शिमला हाईवे पर गए होंगे तो रास्ते में पहाड़ों पर लगे लोहे के जाल, बोल्ट और सीमेंट के स्ट्रक्चर जरूर देखे होंगे.

क्या आपने पहाड़ों पर लटके लोहे के जाल देखे हैं? जानिए ये असल में क्या करते हैं और कैसे बचाते हैं जान
Alkesh Kushwaha|Updated: Aug 06, 2025, 12:20 PM IST
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Landslide Prevention: अगर आप कभी मनाली, शिमला या किसी भी पहाड़ी इलाके जैसे चंडीगढ़-शिमला हाईवे पर गए होंगे तो रास्ते में पहाड़ों पर लगे लोहे के जाल, बोल्ट और सीमेंट के स्ट्रक्चर जरूर देखे होंगे. ज्यादातर लोगों को लगता है कि ये सिर्फ पत्थर को रोकने का एक जुगाड़ है, लेकिन इसके पीछे एक पूरी इंजीनियरिंग होती है. दरअसल, ये रॉकफॉल प्रोटेक्शन नेट्स कहलाते हैं. इन्हें इसलिए लगाया जाता है ताकि ढलान से गिरने वाले पत्थर सीधे सड़क पर न आएं और हादसा न हो. इसके अलावा स्नाउट नेट, हेक्सा नेट, स्टील वायर मैश जैसे कई प्रकार होते हैं, जिन्हें अलग-अलग इलाकों की जरूरत के अनुसार फिट किया जाता है.

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ये नेट्स कैसे काम करते हैं?

पहाड़ी इलाकों में बारिश या कटाई की वजह से मिट्टी और पत्थर ढीले हो जाते हैं. जब ये गिरते हैं तो ये नेट उन्हें बीच में ही पकड़ लेते हैं. इसके अलावा स्टील रॉड्स और बोल्ट्स का भी इस्तेमाल होता है, जो पहाड़ को मजबूती देने के लिए सीधे उसमें घुसाए जाते हैं. कई बार स्प्रे कंक्रीट भी किया जाता है ताकि सतह मजबूत हो जाए.

 

 

क्या ये उपाय 100% सुरक्षित होते हैं?

विशेषज्ञों के अनुसार, ये तकनीकें सिर्फ छोटे पत्थरों और सतही स्लाइड्स के लिए कारगर हैं. अगर बड़े पत्थर या पूरा पहाड़ खिसकने लगे तो ये नेट्स और बोल्ट्स कुछ नहीं कर सकते. हाल ही में Bathu Bridge और चंडीगढ़-शिमला हाइवे पर जो बड़े भूस्खलन हुए, वे इसी का उदाहरण हैं.

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क्यों हो रहे हैं ज्यादा लैंडस्लाइड?

इन दिनों कई हिल स्टेशनों पर चार लेन की सड़कें बनाने के लिए बड़े पैमाने पर कटाई की जा रही है. इससे पहाड़ों की प्राकृतिक मजबूती खत्म हो रही है. ज़्यादा खुदाई और पेड़ कटाई के कारण मिट्टी कमजोर हो जाती है और बारिश के समय लैंडस्लाइड की संभावना कई गुना बढ़ जाती है. लोगों ने सुझाव दिया है कि सड़क बनाना जरूरी है लेकिन पहाड़ों की संरचना को समझकर, संतुलन के साथ काम करना भी उतना ही जरूरी है. कुछ यूजर का कहना है कि वैज्ञानिक तरीके अपनाने चाहिए और जिन जगहों पर ज्यादा खतरा है वहां रीइन्फोर्समेंट टेक्नोलॉजी, ड्रेनेज सिस्टम और ग्रीन कवर बढ़ाना चाहिए.

FAQs

1. क्या इन नेट्स से बड़ा लैंडस्लाइड रोका जा सकता है?
नहीं, ये सिर्फ छोटे पत्थरों के लिए होते हैं। पूरा पहाड़ खिसकने पर ये बेअसर हो जाते हैं।

2. इन तकनीकों के नाम क्या हैं?
रॉकफॉल प्रोटेक्शन नेट, बोल्टिंग, शॉटक्रीट, एंकरिंग, स्नाउट नेट आदि।

3. क्या चार लेन सड़कें बनाना गलत है?
गलत नहीं, लेकिन बिना सही योजना के बनाना खतरनाक है।

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