Goa Founder Fires Employee: गोवा के एक स्टार्टअप के फाउंडर जतिन सैनी की एक पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. उन्होंने लिंक्डइन पर लिखा कि उन्होंने जिस सीनियर कर्मचारी को सोमवार को जॉब पर रखा था, उसे शुक्रवार को ही नौकरी से निकाल दिया. जतिन ने बताया कि यह निर्णय लेना आसान नहीं था, लेकिन ज़रूरी था क्योंकि उस व्यक्ति ने टीम के एक सदस्य के साथ अपमानजनक व्यवहार किया था.
क्या कहा उस सीनियर कर्मचारी ने?
जतिन ने लिखा कि वह एक दिन ऑफिस में थे, तभी उन्होंने उस नए कर्मचारी को एक जूनियर टीम मेंबर से ये कहते सुना, "क्या दिमाग घर छोड़ आए हो? अगर यही तुम्हारा बेस्ट है, तो तुम्हें नई नौकरी ढूंढनी चाहिए. कल दिमाग लेकर आना, नहीं तो आने की ज़रूरत नहीं है." इस बात ने जतिन को अंदर तक झकझोर दिया.
बात करने पर भी नहीं मानी गलती
जब जतिन ने उस सीनियर व्यक्ति से इस व्यवहार को लेकर बात की, तो उसने इसे सही ठहराते हुए कहा – "यही तरीका है मजबूत टीम बनाने का." लेकिन जतिन इससे सहमत नहीं थे. उन्होंने तुरंत फैसला लिया कि इस तरह के टॉक्सिक माहौल को आगे नहीं बढ़ने देंगे और उस व्यक्ति को कंपनी से हटा दिया.
इंसान को तोड़कर नहीं बनती ब्रांड
जतिन ने पोस्ट के अंत में लिखा, "हम पर्सनल ब्रांड्स बनाना चाहते हैं, लेकिन लोगों को तोड़कर नहीं." इस बात ने कई लोगों को प्रेरित किया है कि एक अच्छी टीम बनाने के लिए स्किल्स से ज़्यादा ज़रूरी होता है अच्छा व्यवहार और सम्मान की भावना.
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया
लोगों ने जतिन के इस फैसले की सराहना की. एक व्यक्ति ने लिखा – "मैं खुद बहुत जल्दी गुस्सा हो जाता हूं, लेकिन आपकी पोस्ट ने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया. अब मैं खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करूंगा." एक अन्य यूजर ने कहा, "शुक्र है आपने जल्दी ये पहचान लिया कि कंपनी में गलत व्यक्ति आ गया है. छोटी टीम होने के फायदे हैं." तीसरे यूजर ने लिखा, "आपने स्किल्स से पहले कल्चर को प्राथमिकता दी. ये एक सच्चे लीडर की पहचान है." एक अन्य ने कहा, "इसीलिए व्यक्ति की पर्सनैलिटी स्किल्स से ज्यादा मायने रखती है. अच्छा किया आपने जो बर्दाश्त नहीं किया."