Vivek Express Dirty Train: ट्रैवल व्लॉगर उज्जवल सिंह ने एक वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया जिसमें उन्होंने विवेक एक्सप्रेस की हालत को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की. यह ट्रेन भारत की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन है, जो कन्याकुमारी से डिब्रूगढ़ तक चलती है. लेकिन उज्जवल ने इसे इंडिया की सबसे गंदी गाड़ी बताया. वीडियो की शुरुआत में वे कहते हैं, "स्वागत है इंडिया की सबसे गंदी ट्रेन पर, यानी डर्टी ट्रेन के अंदर... इससे ज़्यादा गंदी ट्रेन मैंने आज तक नहीं देखी." इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर सफाई व्यवस्था और रेल सुविधाओं को लेकर नई बहस छेड़ दी है.
ट्रेन की हालत कैसी दिखी?
उज्जवल ने अपने वीडियो में ट्रेन के अंदर की असली तस्वीरें दिखाईं – फर्श पर जगह-जगह कूड़ा, सीटें गंदी और गीली, टॉयलेट्स से बदबू, गंदे वॉशबेसिन में टपकता पानी और साफ-सफाई का पूरी तरह अभाव था. एक पल में वो नाक ढकते हुए भी नजर आते हैं, जिससे साफ होता है कि दुर्गंध असहनीय है. वे कहते हैं कि ऐसा लग रहा है मानो तीन दिन की यात्रा में एक बार भी ट्रेन की सफाई नहीं की गई.
उज्जवल सिंह ने क्या अपील की?
वीडियो के अंत में उज्जवल भावुक होकर कहते हैं, "डियर भारतीय रेलवे, मुझे रोना आ रहा है क्योंकि मुझे भारतीय रेलवे से प्यार है. लेकिन ये हालत देखकर बहुत दुख होता है. उम्मीद है कि आम जनता के लिए भारतीय रेलवे में सुधार होगा." उनकी यह सीधी और सच्ची अपील लाखों लोगों के दिलों को छू गई. इस वीडियो को अब तक 8 लाख से ज़्यादा लोग देख चुके हैं. कुछ लोग रेलवे की आलोचना कर रहे हैं, तो कुछ नागरिकों की सोच को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
एक यूजर ने लिखा, "ये सिर्फ रेलवे की सफाई की बात नहीं है, ये हमारे नागरिक कर्तव्य की भी बात है." दूसरे ने कहा, "सिर्फ रेलवे मंत्री को टैग करने से कुछ नहीं होगा, हमें खुद सफाई का ध्यान रखना होगा." तीसरा यूजर बोला, "अगर हम ही गंदा करेंगे तो सिस्टम को क्यों दोष दें?" एक और यूजर ने उम्मीद जताई, "हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनमी हैं, एक दिन विकसित देश जरूर बनेंगे."
समाधान कहां से शुरू हो?
यह वीडियो सिर्फ गंदगी की कहानी नहीं है, यह चेतावनी है कि सुधार न सिर्फ सिस्टम से, बल्कि हमारी सोच से भी शुरू होता है. यदि हम यात्री सफाई का ध्यान रखें और रेलवे नियमित सफाई सुनिश्चित करे, तो यह बदलाव जल्दी आ सकता है.